महाकाल लोक के बाद पहली बार महाशिवरात्रि, सुबह 3 बजे ही पट खोल दिए, 4 बजे से 5 बजे तक भस्मारती हुई, अब लगातार 44 घंटे तक महाकाल दर्शन देंगे
दो हजार पुलिसकर्मी तैनात सीसीटीवी से भीड़ पर नजर
ब्रह्मास्त्र उज्जैन
उज्जैन में महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद यह पहली महाशिवरात्रि है। यहां 10 लाख भक्तों के आने का अनुमान है। सुबह 3 बजे ही मंदिर के कपाट दर्शन के लिए खोल दिए गए थे। सुबह 10 बजे तक चलायमान व्यवस्था (चलते-चलते दर्शन) के तहत 3 लाख से ज्यादा भक्त दर्शन कर चुके थे। आज महाकाल का राजा स्वरूप में श्रृंगार किया गया है, तो ओंकारेश्वर में भगवान ओंकार का फूलों से श्रृंगार हुआ है। मां पार्वती का भी अद्भुत श्रृंगार किया गया है। मंदसौर के पशुपतिनाथ में भगवान को फूलों की पगड़ी पहनाई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुबह 8 बजे पुराने भोपाल स्थित बड़वाले महादेव मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। मुख्मंत्री ने कहा, मां पार्वती और भगवान शंकर की पूजा में जनता पूरे मनोयोग से जुटी हुई है। प्रदेशभर के महत्वपूर्ण शिवालयों में सरकार ने विशेष आयोजन रखे हैं। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी सुख और समृद्धि की कामना की।
रात 10 बजे से दर्शन के लिए कतार
उज्जैन में दर्शन के लिए रात 10 बजे से भक्तों की कतार लगना शुरू हो गई थी। सुबह 3 बजे ही पट खोल दिए गए। 4 बजे से 5 बजे तक भस्मारती हुई। अब लगातार 44 घंटे तक महाकाल दर्शन देंगे। इस बार शिवरात्रि पर शनि प्रदोष होने से यह पर्व खास हो गया है। भस्मारती के बाद भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर पंचामृत अभिषेक पूजन किया गया। भगवान को नए वस्त्र के साथ रुद्राक्ष की माला पहनाई गई। रजत आभूषणों के साथ राजा के रूप में श्रृंगार किया गया। सुरक्षा की दृष्टि से दो हजार पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। सीसीटीवी से भीड़ पर नजर रहेगी। इससे पहले नौ दिन तक यहां शिवनवरात्रि मनाई गई।