महाशिवरात्रि पर्व पर उज्जैन के महाकाल मंदिर में देशभर से 5 लाख श्रद्धालु उमड़े

– लाइन में लगने के बाद 1 से डेढ़ घंटे में हुए आम श्रद्धालुओं को दर्शन, लोग खुश होकर गए
 
दैनिक अवंतिका उज्जैन। 
महाशिवरात्रि पर शनिवार को  उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए देशभर के लाखों श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिर प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि अनुमानित 5 लाख लोग दर्शन कर गए हैं। 
पहली बार महाशिवरात्रि जैसे बड़े पर्व पर लाखों लोगों को प्रशासन ने सुझबुझ से व्यवस्था कर सुलभ व जल्दी दर्शन कराए। इससे श्रद्धालु भी यहां से खुश होकर गए। इस बार जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व मंदिर समिति के अधिकारियों ने मिलकर बेहतर दर्शन के इंतजाम पहले से किए थे। यहीं कारण रहा कि आम श्रद्धालु को नृसिंहघाट रोड स्थित गंगौत्री गार्डन से लाइन में लगने के बाद अधिकतम एक से डेढ़ घंटे में दर्शन हो गए। सुबह के समय तो दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें तो 30 से 40 मिनट में ही दर्शन हुए। हालांकि दोपहर में जब भीड़ बढ़ी तो दर्शन का समय भी बढ़ गया। महाकाल लोक बनने के बाद ऐसा लग रहा था कि लाखों लोग उमड़ेंगे तो कही व्यवस्था बिगड़ न जाए पर महाकाल की कृपा से सबकुछ ठीक रहा। लाइन में पीने के लिए पानी की फ्री बोतल बांटी जा रही थी तो बेरिकेट्स में नीचे कारपेट बीछा था। एक से दो किलो मीटर ही लोगों को चलना पड़ा और सहज दर्शन हो गए।  
कलेक्टर, एसपी और प्रशासक सहित 
अधिकारियों ने किया सरकारी पूजन
 
महाशिवरात्रि पर्व की परंपरा अनुसार शनिवार की दोपहर में तहसील की ओर से सरकारी पूजा की गई। इसमें प्रमुख रूप से संभागायुक्त संदीप यादव, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, एसपी शुक्ला, मंदिर प्रशासक संदीप सोनी व तहसीलदार आदि प्रशासनिक अधिकारी सपत्निक शामिल हुए। पूजन शासकीय पुजारी धनश्याम गुरु ने कराया। इस अवसर पर गर्भगृह में पुजारी प्रदीप गुरु, पुजारी आशीष गुरु, विकास गुरु, विजय गुरु, देवेंद्र गुरु आदि भी मौजूद रहे।
 
44 घंटे दर्शन के बाद आज रात 
11 बजे बंद होंगे महाकाल के पट 
शुक्रवार-शनिवार की मध्य रात 2 बजे से आम दर्शन का सिलसिला शुरू हो गया था। महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान महाकाल 44 घंटे निरंतर भक्तों को दर्शन देंगे। यानी अब 19 फरवरी की रात 11 बजे शयन आरती के बाद ही महाकाल के पट बंद किए जाएंगे।