ज्योतिरादित्य! चार दिन आ रहे मप्र दौरे पर: आखिर क्यों हो रहे सक्रिय?

उज्जैन में इनके घर भी जाएंगे
उज्जैन। प्रदेश में शिवराज सरकार के किंगमेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया 4 जुलाई से राज्य के चार दिन के दौरे पर आ रहे हैं। 7 जुलाई को वापस दिल्ली रवाना होंगे। राजनीतिक तौर पर इस दौरे के मायने अधिक माने जा रहे हैं, क्योंकि सत्ता का रिमोट उनके हाथों में है। हाल ही मंत्रियों को बांटे गए प्रभार में इसकी झलक देखने को मिल गई है। उन्होंने अपने समर्थक मंत्रियों को पसंदीदा जिले दिलवा दिए हैं। ऐसे में उनका मध्यप्रदेश दौरे पर आना अहम नजरों से देखा जा रहा है। जल्द ही वे केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री बनने जा रहे हैं। संभावना है कि उनको रेल मंत्रालय दिया जा सकता है। भाजपा ने उनको कुछ दिन दिल्ली में रुकने को भी कहा है।
उनका दौरा 4 जुलाई यानी रविवार को मंदसौर व नीमच से शुरू होगा। 5 जुलाई को धार व इंदौर में रहेंगे और 6 जुलाई को उज्जैन। यहां सबसे पहले राजाधिराज महाकाल को मत्था टेकेंगे और भाजपा कार्यालय में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। चिंतक, शिक्षक व भारतीय जनसंघ के संथापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती पर पार्टी कार्यालय में कार्यक्रम होगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता राधेश्याम उपाध्याय, मप्र जान अभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय, दिवंगत पूर्व विधायक शिवा कोटवानी के निवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने भी जाएंगे। मीडिया प्राभारी दिनेश जाटवा ने बताया कार्यक्रम की तैयारी चल रही है।
कांग्रेस की नजर
ज्योतिरादित्य पर कांग्रेस की भी नजर है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पहले ही यह सियासी दांव फेंक चुके हैं कि अगर वे भाजपा से विधायकों को तोड़ कर ले आएं तो वे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बन सकते हैं।