नगर में बस स्टैंड पर हुआ नेकी की दीवार शुरू
तराना। नगर के कुछ वरिष्ठ समाजसेवियों ने एकजुट होकर गुरुवार को स्थानीय बस स्टैंड के पास एक नेकी की दीवार का शुभारंभ किया और वहां एक रैक लगाई जहां से अब कई बेसहारों को मदद मिलेगी नेकी की दीवार का मकसद यह है कि अगर आपके पास अधिक है तो यहां पर दें और अगर नहीं है तो यहां से लें दरअसल नगर के वरिष्ठ समाजसेवीयों ने ऐसी दीवारें तैयार की है जहां पर जरूरतमंदों के लिए लोग कपड़े टांगकर जांएगे इसी तरह जरूरत वाले लोग यहां से कपड़े ले जाएंगे।
इस नेकी की दीवार के माध्यम से अगर आपके घर में पुराने पहनने , ओढ़ने, बिछाने के कपड़े , किताबें , खिलौना, बर्तन एवं दवाइयां , क्रॉकरी, फर्नीचर आदि जो भी है जिसका आप प्रयोग नहीं कर रहे हैं और वह शहर के जरूरतमंदों के काम आ जाए तो आप उक्त सामान को ह्यनेकी की दीवार को दे दीजिए यहां
से जरूरतमंद आकर खुद इन्हें ले जाएंगे यहां कपड़े टांगने के लिए रैक एवं खूंटियां लगाई गई हैं।इसके अलावा बर्तन आदि अन्य सामान रखने के लिए नीचे जगह बनाई गई है यहां से जरूरतमंद आकर अपनी जरूरत के हिसाब से कोई भी चीज ले सकता है नेकी की यह दीवार उन लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन व्यतीत कर रहे हैं अपने स्वाभिमान के कारण किसी के सामने हाथ नहीं फैलाते जरूरतमंद लोग यहां आकर अपनी जरूरत के हिसाब से चीजें ले सकते हैं। नेकी की दीवार के शुभारंभ के मौके पर वरिष्ठ समाजसेवी ओमप्रकाश पालोड़, राजेश डोडिया , पुरुषोत्तम बाहेती, पप्पू सेठ डोडिया , हिंदू सेठ मावा वाले , पुरुषोत्तम बाहेती , नरेंद्र बिड़ला, अशोक वक्त, जगदीश राठौर, कदीर हेड साहब, निर्भय सिंह बड़ाल, अरुण देवड़ा, सैय्यद नियामत अली,फिरोज पैंथर , श्रीराम व्यास ,सचिन मित्तल, राधेश्याम राठौड़ , विष्णु गोपाल मित्तल सहित कई प्रबुद्धजन उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन कवि सुनील गाइड ने किया।