इंदौर में होली को लेकर हुई बैठक, 6 मार्च को होगा होलिका दहन
विद्वत परिषद की मुख्यमंत्री और कलेक्टर से धुलेंडी की छुट्टी 7 मार्च को करने की मांग
इंदौर। होलिका दहन को लेकर उपजे संशय और धुलेंडी को लेकर इंदौर के विभिन्न विद्वान, मंदिर के पुजारी और ज्योतिषी साथ आए हैं। सभी ने एकमत से 6 मार्च को होलिका दहन और 7 मार्च को धुलेंडी मनाना शास्त्र सम्मत बताया है। इसके चलते मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान व कलेक्टर डा. इलैया राजा टी से धुलेंडी का अवकाश 7 मार्च को करने की मांग की है। अभी कैलेंडर में 8 मार्च को अवकाश घोषित बताया गया है।
खजराना गणेश मंदिर के पुजारी अशोक भट्ट ने बताया कि विद्वत परिषद होलिका दहन के दिन को लेकर एकमत हैं। महाकाल मंदिर उज्जैन, गणेश मंदिर खजराना के साथ होलकरकालीन होली भी राजवाड़ा चौक पर 6 मार्च को जलाई जाएगी।
उज्जैन के प्रख्यात ज्योतिषाचार्य ने भी माना 6 मार्च को दहन
उज्जैन में होलिका दहन और धुलेंडी को लेकर इस बार कैलेंडर में अलग- अलग तिथि होने से संशय की स्थिति है। होलिका दहन और धुलेंडी को लेकर प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पं.आनंद शंकर व्यास के अनुसार इस बार 6 मार्च को होलिका पूजन के लिए प्रदोष काल में सूर्यास्त के बाद तीन घटी यानी 72 मिनट तक पूजन के लिए मान्य है। यदि भद्रा हो तो जब तक भद्रा नहीं उतरती तब तक होलिका का दहन नहीं किया जाता है। इस बार सोमवार को भद्रा पूरी रात है। सुबह 5 बजकर 56 मिनिट पर भद्रा उतरेगी। वहीं सूर्योदय के पहले 5:56 बजे के बाद होलिका का दहन किया जाएगा। पं. व्यास ने कहा कि होलिका पूजन के दूसरे दिन ही धुलेंडी का पर्व मनाया जाता है। यानी 7 मार्च को धुलेंडी मनाई जा सकती है।