ऑनलाइन ठगी के लिए ठगोरों का नया जाल, एक्स्ट्रा इनकम के जाल में उलझाकर हड़प लेते हैं लाखों रुपए
इंदौर। इन दिनों ऑनलाइन ठगी का नया ट्रेंड सामने आया है। एक्स्ट्रा इनकम का लालच देकर ठगी लोगों को अपना शिकार बना रहे है। इस एक्स्ट्रा इनकम के लालच में कई अच्छी प्रोफाइल के लोग फंस चुके है और लाखों रुपए गंवा चुके है। आंकड़ों की बात करें तो पिछले दो महीने में इंदौर में ही आधा दर्जन से ज्यादा लोग इनके इस जाल में फंस चुके है। वहीं कुछ ऐसे होंगे जिन्होंने इसकी शिकायत नहीं की होगी।
इस तरह बनाते हैं शिकार
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वैसे तो कई जानकारी मिल जाती है। मगर सोशल मीडिया साइबर क्राइम करने वालों के लिए एक अच्छा साधन बन गया है। ऐसे में इन साइबर क्राइम करने वालों को तलाश करना भी एक बड़ा चैलेंज बन जाता है। पिछले कुछ दिनों में ही इंदौर के कई ऐसे लोग है जो एक्स्ट्रा इनकम के कारण इन लोगों के जाल में फंस चुके है। साइबर ठगी का ये काम इन दिनों टेलीग्राम पर किया जा रहा है।
इस तरह की प्रोफाइल बनाकर बदमाश लोगों को यूट्यूब पर लाइक करना, इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स बढ़ाना ऐसे कुछ छोटे-छोटे टास्क देते हैं।
इस तरह की प्रोफाइल बनाकर बदमाश लोगों को यूट्यूब पर लाइक करना, इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स बढ़ाना ऐसे कुछ छोटे-छोटे टास्क देते हैं।
इसके एवज में आपको 200-400 रुपए मिलते हैं। जब आप इन टास्क को करने लगते हैं तो आपको तीन से चार हजार रुपए की इनकम भी कराते हैं। इनकम आते ही व्यक्ति को और लालच आ जाता है।
ऑनलाइन लिंक से वे आपकी आईडी तैयार करवाकर आपका अकाउंट बनवाते हैं। अकाउंट बनने के बाद टास्क पूरा करने पर आपको तीन से चार हजार की इनकम होने लगती है। जब आपके इस अकाउंट में पैसा नजर आता है तो ये बदमाश आपको बड़ी इनकम करने के जाल में फंसाने का काम करते हैं।
जब कुछ एक्स्ट्रा इनकम नजर आने लगती हो तो साइबर दुनिया के ये बदमाश झांसे में लेते हैं। ये बताते हैं कि आप छोटे-छोटे टास्क करके कम लाभ कमाएंगे। अगर आपको ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं तो क्रिप्टो में ट्रेड करें। साइबर के ये बदमाश आपको इसे लेकर इतना कनवेंस कर देते हैं कि आप खुद ही इन्हें पैसा दे देते हैं। ये साफ कहते हैं कि आप पैसे दो क्रिप्टो में ट्रेडिंग हम करेंगे।
आपके खाते में दिखने लगते हैं लाखों रुपए
एक बार कनवेंस होने के बाद ये लोगों को बोलते है कि जितना ज्यादा पैसा लगाओगे उतना ज्यादा फायदा मिलेगा। इसके बाद व्यक्ति अपना कमाया हुआ पैसा इनको देने लगते हैं। ये पैसा भी ऑनलाइन ही खाते में बुलवाते हैं। ये खाते यूपी, बिहार, कनार्टक के बैंकों के होते हैं। बैंक में पैसा आने के बाद ये सामने वाले व्यक्ति को ऐसा दिखाते हैं जिसे क्रिप्टो में ट्रेडिंग करने से उन्हें काफी फायदा हुआ है।
कई बार ये बदमाश ऐसा दर्शाते हैं कि इस पैसों को विड्राल कर लो। मगर व्यक्ति लालच में आकर उन्हें और ट्रेडिंग करना बोलता है और फंसता चला जाता है।
विड्राल के नाम पर भी ठगते हैं पैसा
आखिरकार जब व्यक्ति पैसा विड्राल करने का बोलता है तो ये उसे और परेशान करने लगते हैं। ये कहते हैं कि विड्राल करने के लिए आपको अमाउंट का 10 प्रतिशत देना होगा। ये कभी टैक्स के नाम पर तो कभी फाइल चार्ज के नाम पर तो कभी किसी वजह से उससे और पैसे निकलवाते हैं।
मतलब बदमाश यहां भी सामने वाले से लाख दो लाख रुपए ठग लेते हैं। सारी प्रोसेस करने के बाद जब व्यक्ति दोबारा उस लिंक पर जाकर अपना अकाउंट चेक करता है तो वह लिंक डिसअपीयर हो जाती है यानी वह लिंक खुलना बंद हो जाती है और व्यक्ति अपने सारे पैसे गंवा बैठता है।