हर एक को मिले शिक्षा इसलिए गांव-गांव, झुग्गी बस्तियों में जाकर पढ़ा रहे
जरूरतमंद बच्चों के लिए 18 सालों से आयोजित किए जा रहे एजुकेशन सेंटर
नगर प्रतिनिधि इंदौर
व्यक्ति की जीवन में रोटी, कपड़ा और मकान की तरह शिक्षा का भी महत्व है। शिक्षा हर व्यक्ति का अधिकार है चाहे उसकी कैसी भी आर्थिक-सामाजिक स्थिति हो। यह मानना आकांक्षा सामाजिक संस्था सिरपुर का है। इसके लिए शहर की झुग्गी बस्ती और प्रदेश के कई गांवों में जाकर एजुकेशन सेंटरों का संचालन किया जा रहे हैं। इसमें झुग्गी-बस्तियों में रहने वाले निराश्रित, गरीब और जरुरतमंदों बच्चों के लिए उन्हीं के घर के आसपास एजुकेशन सेंटर खोलकर उन्हें नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है। यह क्रम 18 सालों से चल रहा है।
इसके लाभ सैकड़ों बच्चे अभी तक ले चुके हैं। इस वर्ष भी 100 एजुकेशन सेंटर खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। इसके साथ ही उन्हें स्कूली फीस प्रदान करने के साथ शिक्षण सामग्री भी उपलब्ध करा रहे हैं। इन सेंटरों में आने वाले बच्चों को पाठ्य पुस्तक के साथ उत्तर-पुस्तिका भी प्रदान की जाती है। संस्था को उद्देश्य अधिक से अधिक बस्तियों के बच्चों प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करना है। इसके साथ ही उनके संपूर्ण विकास के लिए सामान्य ज्ञान की कक्षाए भी आयोजित की जाती है।
सिरपुर स्थित आकांक्षा सामाजिक समिति में सात सदस्य हैं। समिति के संस्थापक और अध्यक्ष मनोहर परमार ने बताया कि जरूरतमंद बच्चों को प्रशिक्षित कर उनका भविष्य उज्जवल बनाना ही संस्था का मुख्य उद्देश्य है। हमारे गतिविधियों में सहयगो देने के लिए कई लोग हमसे जुड़ते है। उनके पास ऐसे बच्चे आते जिनके माता-पिता नहीं है या दोनों में से कोई एक नहीं है। ऐसे भी है जो अनाथ है। इसके बाद भी उनमें बच्चे पढ़ना चाहते हैं लेकिन फीस न भर पाने के कारण पढ़ाई छोड़ दी। उनकी फीस भरकर शिक्षा में सहायता कर रहे हैं। उन्हें शिक्षण सामग्री भी उपलब्ध कराते हैं। निश्शुल्क एजुकेशन सेंटर शुरू करके शिक्षक की नियुक्ति करके शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराते हैं। प्रदेश स्तर पर यह कार्य किया जा रहा है। कक्षाएं प्रदेश के अन्य गांव और कस्बों में भी संचालित कर रहे हैं।
बच्चों के साथ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के भी प्रयास
बच्चों के साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल भी की जा रही है। संस्था द्वारा छात्राओं और विधवा महिलाओं के लिए सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, बुटिक आदि का प्रशिक्षण देने के लिए सिलाई प्रशिक्षण केंद्र खोलकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। प्रौढ़ शिक्षा केंद्र, महिला एवं बाल कल्याण पंचायत एवं समाज कल्याण बोर्ड से संबंधित गतिविधियां संचालित कर महिलाओं की शिक्षा का प्रचार किया जाता है। पर्यावरण सुरक्षा के लिए पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित कर पौधों का वितरण किया गया। बच्चों के शारीरिक विकास के लिए खेल गतिविधियां भी की जा रहा हैं। छोटे बच्चों के लिए बालवाड़ी, आंगनवाड़ी, झूलाघर का संचालन भी किया जा रहा है।