उज्जैन में प्रारंभ हुआ 5 दिवसीय ‘उज्जैनिय उत्सव मेला
हस्तशिल्प मेले में भैरवगढ़ प्रिंट के साथ खाने वाले कुल्हड़ वाली चाय, बिहार के लिटी चोखा का मिल रहा स्वाद
उज्जैन। शहर में 5 दिवसीय ‘उज्जैनिय उत्सव मेले’ का शुभारंभ 15 मार्च को हुआ। जिसमें उज्जैन, भोपाल, इंदौर, धार सहित विभिन्न जिलों से महिलाएं अपने हाथों से बनाई हुई सामग्री लेकर शामिल हुईं। यहां 21 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं जिसमें उज्जैन के भैरवगढ़ प्रिंट से लेकर बिहार के लिटी चोखा की खुशबू महक रही है। वहीं महाकाल भक्तों के लिए हाथों से निर्मित सामग्री भी आकर्षण का केंद्र रहीं।
महिलाओं को बाजारवाद से परिचित कराने के उद्देश्य से नाबार्ड द्वारा प्रायोजित हस्तशिल्प मेले का शुभारंभ महापौर मुकेश टटवाल के मुख्य आतिथ्य में हुआ। महर्षि वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा कॉसमॉस माल नानाखेड़ा पर आयोजित मेले के शुभारंभ अवसर पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक उज्जैन इंदौर नागेश चौरसिया, संस्था अध्यक्ष जयप्रकाश राठी, एमआईसी सदस्य शिवेंद्र तिवारी, रजत मेहता, शैलेन्द्र ठाकुर, द्रोणाचार्य संस्था से रितेश विश्वकर्मा, स्वस्तिक महिला संघ से प्रीति साठे सहित बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं। महर्षि वेलफेयर फाउंडेशन के प्रशांत राठी के अनुसार उज्जैनी उत्सव मेले में उज्जैन की भैरवगढ़ प्रिंट साड़िया एवं सूट के साथ ही धार के बाघ की बाघ प्रिंट साड़िया एवं सूट्स, महू के लकड़ी से बने पर्स, बैग, गुजराती एवं महाराष्ट्रीय स्वादिष्ट व्यंजन के स्टाल लगे हैं। वहीं खाने वाले कुल्हड़ वाली चाय, पूजन सामग्री, महाकाल के फोटो, सिलाई, हाथ से बनी आर्टिफिशियल ज्वेलरी, हाथ से बने कागज की थैलियां, मोबाईल कवर आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। मेले के शुभारंभ अवसर पर महापौर मुकेश टटवाल ने महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए नगर निगम द्वारा आने वाले समय में लगने वाले मेले में अवसर देने की बात कही। प्रशांत राठी के अनुसार 15 मार्च से प्रारंभ हुआ हस्तशिल्प मेला 19 मार्च तक प्रतिदिन दोपहर 3 से रात 10 बजे तक चलेगा।