अजब प्रेम की गजब कहानी, छात्रा के प्रेम में मां-भाई से भिड़ी युवती
इंदौर में थाने में चला हाई वोल्टेज ड्रामा, नहीं मानी, साथ ही रहेंगी दोनों
इंदौर। दो युवतियों की ‘दोस्ती’ में पुलिस चकरघिन्नी हो गई। थाने में घंटों हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। अंतत: युवतियों ने स्पष्ट कहा- रहेगी तो दोनों साथ ही। थक-हारकर पुलिस को दोनों युवतियों के परिजनों को खाली हाथ लौटाना पड़ा। बालिग होने के कारण पुलिस उन पर दबाव नहीं बना सकती थी।
वाकया द्वारकापुरी थाना क्षेत्र का है। 30 वर्षीय युवती अन्नू की मां और भाई ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि अन्नू को श्वेता नामक युवती ने जबरदस्ती रख लिया है। अन्नू कोलकाता की बड़ी आईटी कंपनी में नौकरी करती थी, लेकिन दो साल से वह श्वेता के चक्कर में इंदौर रह रही है। पुलिस ने अन्नू और श्वेता को थाने बुलाया तो उसने कहा, दोनों अच्छी दोस्त हैं और एक-दूसरे को छोड़ना नहीं चाहती हैं।
टीआई अलका मेनिया उपाध्ये ने समझाया तो कहा, वह बालिग है और कहां रहेगी, कहां नहीं, यह निर्णय लेने का अधिकार उसका है। इसके बाद पुलिस ने श्वेता की मां को बुलाया तो उसने भी दो टूक बात की और मां के पास जाने से मना कर दिया। देर रात दोनों युवतियों को रवाना कर दिया। परिजन भी मनुहार कर अपने-अपने घर चले गए।
आईटी कंपनी की नौकरी छोड़ी, खाते में जमा 17 लाख रुपये
अन्नू कोलकाता की बड़ी कंपनी में नौकरी करती थी। उसकी श्वेता से एक साल पूर्व फेसबुक के माध्यम से दोस्ती हुई थी। अन्नू इंदौर आ गई और प्रतियोगी परिक्षा की तैयारी करने लगी। श्वेता भी पढ़ाई कर रही है। करीब एक साल से दोनों का परिवारों से संपर्क भी टूट गया। अन्नू की मां ने पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र को शिकायत कर दी। मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस ने काल किया लेकिन फोन बंद मिला। टीआई ने उसको मैजेस भेजा और कहा कि वह थाने पर उपस्थित हो। मैसेज मिलते ही अन्नू क्राइम ब्रांच डीसीपी निमिष अग्रवाल के समक्ष पेश हो गई।