एमवाय : खो गई फाइल, उजागर हो गई लापरवाही, खूब ढूंढी तब मिली
नर्स की मौत के बाद 6 घंटे तक रोके रखा पीएम
इंदौर। एमवाय अस्पताल में लापरवाही का एक बड़ा मामला उजागर हुआ। लापरवाही की जिम्मेदारी किसी ने भी नहीं ली है। गीता भवन में पदस्थ एक नर्स ने 21 मार्च को जहर खा लिया था। उसका इलाज एमवाय की पांचवीं मंजिल पर चल रहा था। बुधवार देर रात नर्स ने दम तोड़ दिया, इसके बाद शव पोस्टमॉर्टम रूम में भेज दिया गया। गुरुवार सुबह परिजन और पुलिस उसके पोस्टमॉर्टम के लिए 6 घंटे तक परेशान होते रहे, क्योंकि पीएम के लिए नर्स की फाइल नहीं मिल रही थी। जब फाइल नहीं मिली तो परिजन सीएमओ के पास गए और हंगामा किया। छह घंटे तक फाइल ढूंढते रहे, जब मिली तब जाकर पोस्टमॉर्टम किया गया।
पलासिया थाने के सब इंस्पेक्टर अंतरसिंह सोलंकी के अनुसार नर्स का नाम एकता राजपूत पति अमरसिंह (46) निवासी नर्सेस क्वॉर्टर गीता भवन है। जहर खाने के बाद एमवाय के वार्ड नंबर 27 में उसका इलाज चल रहा था। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि ठेकेदार मुकेश से नर्स की जान-पहचान थी। वह घर आता-जाता रहता था। मुकेश पहले कई बार महिला के साथ मारपीट कर चुका था।
जब महिला ने जहर खाया, तब भी वह वहां मौजूद था। बेटे साहिल ने बताया कि 10 मिनट पहले उसे सूचना मिली थी कि पुलिस आई है, जल्द आ जाओ। साहिल वहां पहुंचा तो मां के मुंह से झाग निकल रहे थे। बेटे को शंका है कि ठेकेदार की प्रताड़ना से तंग आकर मां ने जहर खाया।