ट्राइसिकल वाली फॉगिंग मशीनें निगम खरीदेगा, दिव्यांगजन चलाएंगे इन्हें
नगर प्रतिनिधि इंदौर
मलेरिया, डेंगू जैसी मच्छर जनित बीमारियां रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग और निगम फॉगिंग मशीनें खरीदेंगे। ये मशीनें बड़ी होंगी। इनके साथ ट्राइसिकल वाली मशीनें भी खरीदी जाएंगी, जिन्हें दिव्यांगजन चलाएंगे। स्वच्छता विभाग के प्रभारी एमआईसी सदस्य अश्विनी शुक्ला ने बताया अभी हर जोन में दो-दो फॉगिंग मशीनें हैं, लेकिन ये सब हैंड मशीनें हैं। कर्मचारी दोपहिया वाहनों पर बैठकर फॉगिंग करते हैं। चार पहिया मशीनें कम हैं। विभाग के निर्देश हैैं कि मच्छर जनित बीमारियां रोकने के लिए लार्वा सर्वे किया किया जाए। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी बैठक में लार्वा सर्वे, क्रूड आॅइल डालने, फॉगिंग बढ़ाने के लिए कहा है।
स्वच्छता विभाग प्रभारी एमआईसी सदस्य अश्विनी शुक्ला ने बताया फिलहाल हर जोन में दो-दो फॉगिंग हैंड मशीन हैं, हम 6-7 नई फॉगिंग मशीनें खरीदने जा रहे हैं, जिसे दिव्यांग भी चला पाएंगे। उधर, जिला मलेरिया विभाग के पास ऐसी कोई मशीनें नहीं हैं। इसलिए वह निगम पर ही निर्भर है। मैदानी अमला कम होने से लार्वा सर्वे केवल उन्हीं इलाकों में हो पाता जहां डेंगू के मरीज मिलते हैं।
निजी अस्पतालों से मंगवाएंगे रिपोर्ट
डेंगू व मलेरिया के मरीजों की जानकारी समय पर भिजवाने के लिए निजी अस्पतालों को भी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य विभाग एमजीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सैंपल भिजवाता है। शहर में 100 से ज्यादा लैब मलेरिया विभाग को नियमित रिपोर्ट नहीं कर रहीं। उन्हें भी नियमित रूप से मेडिकल कॉलेज सैंपल्स भिजवाने के लिए कहा गया है।