इंदौर में शराब कारोबारी गोली कांड के आरोपी थाने में पेश
पुलिस ने गर्लफ्रेंड और घरवालों को उठाया, तो पेश हो गए सतीश भाऊ और चिंटू ठाकुर
इंदौर। दो दिन पहले शराब सिंडिकेट के ऑफिस में गांधीनगर दुकान को लेकर हुए विवाद के बाद शराब कारोबारी अर्जुन ठाकुर को गोली मारने वाले चिंटू ठकुर और कुख्यात बदमाश सतीश भाऊ ने बुधवार सुबह पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। दोनों बदमाशों से क्राइम ब्रांच में पूछताछ की जा रही है। वारदात के बाद फरार हुए चिंटू, उसके भाई हेमू ठाकुर और सतीश भाऊ के रिश्तेदारों और गर्लफ्रेंड पर पुलिस ने शिकंजा कसते हुए उन्हें उठा लिया था।
सूत्रों के मुताबिक उज्जैन के मनीष शर्मा नाम के व्यक्ति की मध्यस्थता में चिंटू ठकुर और सतीश भाऊ ने सरेंडर किया है। घटना के तीसरे आरोपी हेमू ठाकुर के भी जल्दी पुलिस के शिकंजे में आने की जानकारी सामने आ रही है, वह भी आज दोपहर तक सरेंडर कर सकता है। सोमवार के घटनाक्रम के बाद फरार हुए चिंटू हेमू और सतीश भाऊ के परिजनों, रिश्तेदारों,उन्हें राजनीतिक संरक्षण देने वालों और गर्लफ्रेंड पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया था। इन तीनों की संपत्ति की जानकारी निकाल कर नगर निगम ने भी नोटिस जारी कर दिए थे । इस चौतरफा घेराबंदी से घबराकर चिंटू और सतीश ने आज सुबह सरेंडर कर दिया। पहले यह लोग कनाडिया थाने में सरेंडर करने वाले थे लेकिन बाद में इनके विजय नगर में सरेंडर करने की जानकारी सामने आई।
पुलिस को मंगलवार को जो डीवीआर मिला है उससे पूरे घटनाक्रम का खुलासा हो गया है। इधर अर्जुन ठाकुर ने एके सिंह और पिंटू भाटिया को आरोपी बनाने के संबंध में जो पत्र विजय नगर टीआई को भेजा है उसके बाद पुलिस गोली चलाने की इस घटना में सिंह और भाटिया की भूमिका की नए सिरे से पड़ताल भी कर रही है। एसपी पूर्व आशुतोष बागरी का कहना है यदि साक्ष्य मिले तो हमें किसी को भी आरोपी बनाने से परहेज नहीं रहेगा।