विक्रम विश्व विद्यालय के अधिकारियो की गलती का खामियाजा भुगत रहा है शिल्पकार राज्यपाल के हाथो मूर्ति अनावरण के लिए मूर्ति बनवा ली , अब ले नहीं रहे है, गोडाउन में मूर्ति धूल खा रही है भारत रत्न मदन मालवीय की मूर्ति का है विवाद
कोरोना काल में सेकड़ो लोगो के सामने बेरोजगारी और व्यवसाय को फिर से पटरी पर लाने की चुनौती पहले से ही सामने खड़ी है इसके बावजूद विक्रम विश्व विद्यालय का कारनामा देखिये की तत्कालीन राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के आगमन और उनके हाथो मूर्ति का अनावरण कराने के लिए आनन फानन में टेंडर निकालकर भारत रत्न मदन मोहन मालवीय की मूर्ति बनवा ली। उस दौरान विक्रम विश्व विद्यालय के अधिकारी संस्कृति विभाग से राज्यापाल के हाथो मूर्ति के अनावरण को लेकर अनुमति नहीं ले पाए जिसके चलते आज दिनाक तक विश्व विद्यालय में मूर्ति नहीं लगायी जा सकी। जिस शिल्पकार को मूर्ति बनाने का टेंडर दिया गया उसके यंहा अब मूर्ति धूल खा रही है। विक्रम विश्व विद्यालय ने मूर्ति लेना भी उचित नहीं समझा और ना ही उसका 65000 हजार रुपए का भुगतान किया गया।