महाकाल कोरिडोर में… दान में आई इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर पुलिस व सुरक्षा गार्डों ने जमाया कब्जा….
विकलांग व वृद्ध श्रद्धालु की हुई फजीहत…
श्रद्धालुओं को ई-रिक्शा की सुविधा का नहीं मिल रहा लाभ
उज्जैन। महाकाल कोरिडोर बनने के बाद दर्शनार्थियों की संख्या कई गुना बढ़ गई हैं। महाकाल लोक देखने के लिए प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु महाकाल मंदिर पहुंच रहे हैं। महाकाल लोक में 946 मीटर लंबा कोरिडोर बनाया गया है। यहां भगवान शिव की पौराणिक कथाओं से जुड़ी मूर्तियों को लगाया गया है। यहां नवनिर्मित कोरिडोर में भ्रमण करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन ने कोई उचित इंतजाम नहीं किए हैं। इतने लंबे कॉरिडोर में ना तो पेयजल व्यवस्था की गई है और ना ही गर्मी से बचने के लिए कोई प्रबंध किए गए हैं। इसके अलावा दान में आये 11 ई-रिक्शा का लाभ भी कॉरिडोर में ड्यूटी देने वाले पुलिसकर्मी व सुरक्षा गार्ड उठा रहे हैं। श्रद्धालुओं के लिए यहां मंदिर प्रशासन की तरफ से ई रिक्शा की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। यह कहा गया था कि जिन विकलांग और वृद्ध श्रद्धालुओं से पैदल नहीं चलाता है वह ई रिक्शा में बैठकर महाकाल लोक का भ्रमण कर सके। लेकिन इस सुविधा का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है। वही इस व्यवस्था का पालन भी ठीक से नहीं हो पा रहा है। जिनको इस व्यवस्था में लगाया गया है। वही इसे बिगाड़ने पर तुले हुए हैं। महाकाल लोक में ड्यूटी देने वाले पुलिसकर्मी व सुरक्षा गार्ड इन् ई रिक्शे में बैठकर पूरे दिन कोरिडोर के चक्कर काटते रहते हैं। कई बार तो यह देखने में आया है कि ई रिक्शा में पुलिस व सुरक्षाकर्मी अपने परिचितों को बैठाकर महाकाल लोक का भ्रमण करवाते रहते हैं। जबकि इसका लाभ विकलांग व बुजुर्ग श्रद्धालुओं को मिलना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। कॉरिडोर में फैली इस अव्यवस्था को लेकर दर्शनार्थियों ने अपनी शिकायत दर्ज कराई है।