आठवीं का संस्कृत पेपर लीक हुए 9 दिन, भारी पड़ रहे शिक्षा माफिया
राज्य शिक्षा केंद्र को अभी तक नहीं पता, कहां से लीक हुआ था पेपर? एफआईआर भी नहीं करवाई दर्ज
भोपाल। मध्य प्रदेश में शिक्षा माफिया अब सरकार पर भारी पड़ने लगे हैं। आलम यह है आठवीं का संस्कृत का पेपर लीक हुए आज नौंवा दिन हैं। राज्य शिक्षा केंद्र को अभी तक यह नहीं पता चल सका है कि पेपर कहां से और कैसे लीक हुआ। इसके अलावा राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारी इस मामले में जहां एक तरफ किसी भी तरह से बात करने से बच रहे हैं तो दूसरी तरफ शिक्षा केंद्र इस मामले में किसी भी प्रकार से गंभीर नजर नहीं आ रहा है। बता दें कि अभी तक आरसके द्वारा कोई पुलिस शिकायत भी नहीं की गई है। इससे पहले माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड ने दसवीं बारहवीं के पेपर लीक मामले में दो एफआईआर दर्ज करवाईं थीं।
कब हुआ था पेपर लीक?
31 मार्च को आठवीं का संस्कृत का पेपर था। पेपर से एक रात पहले सोशल मीडिया पर अगले दिन होने वाला पेपर सामने आया। जिसके बाद परीक्षा निरस्त की गई। हालांकि अभी तक परीक्षा की नई तिथि सामने नहीं आई है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही संस्कृत की परीक्षा की नई डेट केंद्र घोषित करेगा। बता दें कि पांचवी आठवीं की परीक्षा 25 मार्च से शुरु हुईं थीं।
4 लाख से अधिक छात्र दे रहे पांचवीं आठवीं की परीक्षा
पॉंचवीं आठवीं की परीक्षा में इस साल प्रदेश भर से 4 लाख 73 हजार छात्र शामिल हुए हैं। इसके लिए 12,364 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। वहीं भोपाल में इसके लिए 57 हजार से अधिक बच्चे 143 केन्द्र बनाए गए हैं। इसमें शासकीय, अशासकीय विद्यालयों एवं मदरसो में पढ़ने वाले भोपाल के लगभग 67,932 विद्यार्थी शामिल हुए हैं। निर्धारित समय सारिणी के अनुसार कक्षा पांचवी और आठवीं की बोर्ड पैटर्न परीक्षाएं 3 अप्रैल तक चलनी थी।