विधायक ने किया जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण, एक बेड पर मिले दो मरीज़
राजगढ़। जिले को पिछड़े जिलों की सूची से बाहर निकालने के लिए एक और जहा जिले के वरिष्ठ अधिकारी व जनप्रतीनिधि प्रयासरत है, ऐसे में जिम्मेदार पद पर प्रभारी के रूप में कार्यरत अधिकारी जिले की व्यवस्था को बिगाड़ने में लगे है, चाहे बात स्वास्थ की ही क्यों न हो प्रभार सौंपे गए पदों पर लापरवाही लगातार देखने को मिल रही है। ऐसा ही एक लापरवाही का मामला देर रात जिला अस्पताल में तब देखने को मिला जब लगातार मरीज़ों की आ रही शिकायतों के बाद राजगढ़ विधायक बापूसिंह तंवर जिला अस्पताल के बैलून वार्ड में पहुंचे जहा एक बेड पर उन्हें एक से अधिक मरीज़ देखने को मिले, जहा से उन्होंने तुरंत प्रभारी सीएस डॉ. राजेन्द्र कटारिया को जमकर लताड़ लगाते हुए मौके पर बुलाया और जिला अस्पताल प्रबंधन की लापरवाहियों से अवगत कराया। राजगढ़ विधायक ने बताया कि, जिला अस्पताल के बैलून वार्ड में एक हिस्से में जब वे पहुंचे तो वहा उन्हें एक पलंग व एक से अधिक मरीज़ मिले और एक हिस्से में ताला लगा हुआ था, जिसे उन्होंने खुलवाया तो पाया कि वहा के एसी और पंखे सब कुछ चालू है लेकिन फिर भी उसे खोला नही गया, साथ ही उन्होंने आरोप लगाए की जिला अस्पताल में पदस्थ दो एमडी मेडिसिन डॉ. कलावत और दांगी अपने निजी क्लिनिक पर उपचार रत मरीज़ों को उक्त वार्डो में शिफ्ट करते है। साथ ही उन्होंने कहा कि,अस्प्ताल का भगवान ही मालिक है यहा की व्यवस्था सुधारवाते हुए थक चुका हु ज्यादा कुछ इनसे बोलते है तो कहते है कि परेशान करते है, लेकिन उन्हें यहा मरीजों के हालात दिखाई नही देते।
गौरतलब है कि राजगढ़ जिला नीति आयोग के पिछड़े जिलों की सूची में शामिल है और बैकवर्ड एरिया होने की वजह से यहा कई पद रिक्त पड़े हुए है जो कि प्रभारियो के भरोसे संचालित किए जा रहे है जिसका अनुमान जिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को देखकर ही लगाया जा सकता है, जिसे सुधारने के लिए विधायक बापू सिंह तंवर लग़ातार प्रयासरत है और जिला अस्पताल में सिविल सर्जन की मांग भी कर चुके है लेकिन व्यवस्थाए सुधरने की बजाय और बिगड़ती हूई नज़र आ रही है, ऐसे में इसका एक मात्र हल यही होगा कि जब तक जिला अस्पताल में फुल फ्रेश सिविल सर्जन की नियुक्ति नही होगी जिला अस्पताल की व्यवस्था चरमराती रहेगी। विधायक के निरीक्षण के दौरान युवा कांग्रेस नेता बंटी बना व युवा कांग्रेस के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट मुकेश सक्सेना