एमपी बोर्ड:10वीं -12वीं का वैल्यूएशन— कॉपी जांचने ही नहीं पहुंच रहे शिक्षक, 338 को थमाए नोटिस

भोपाल। राजधानी में सरकारी स्कूलों के 300 से ज्यादा शिक्षकों की लापरवाही का एक मामला सामने आया। एमपी बोर्ड की 10वीं 12वीं कक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन का दूसरा चरण रविवार से शुरू हुआ। इसके पहले दिन सरकारी स्कूलों के 366 में से सिर्फ 28 शिक्षक ही कॉपी जांचने पहुंचे। वहां प्राइवेट स्कूलों के जिन शिक्षकों की ड्यूटी लगी थी वे सभी मौजूद थे।
संयुक्त संचालक अरविंद चोरगड़े, डीईओ नितिन सक्सेना, योजना अधिकारी मुकेश शर्मा रविवार को टीटी नगर स्थित मॉडल स्कूल में बने इस मूल्यांकन केंद्र का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। संयुक्त संचालक ने बताया कि गैरहाजिर सभी शिक्षकों को शोकॉज नोटिस दिए गए हैं।

समाजशास्त्र,भूगोल का एक भी शिक्षक नहीं पहुंचा

10वीं 12वीं की वार्षिक परीक्षा की कॉपियों को जांचने के लिए भूगोल के 22, समाजशास्त्र के 21 और इतिहास के 47 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। इनमें से कोई भी शिक्षक कॉपी जांचने नहीं पहुंचे। कॉमर्स के 69 शिक्षकों की ड्यूटी कॉपी जांचने के लिए लगाई गई थी, लेकिन एक ही शिक्षक पहुंचा। अंग्रेजी के 44 में से 15 शिक्षक कॉपियां जांचने पहुंचे थे।