कर्मचारियों-पेंशनरों को फिर मिलेगी गुड न्यूज! 3 से 4 फीसदी बढ़ेगा महंगाई भत्ता, सैलरी में आएगा बंपर उछाल

ब्रह्मास्त्र नई दिल्ली

हाल ही में केन्द्र की मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के महंगाई भत्ते में 4 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है, जिसके बाद कर्मचारियों का कुल डीए 42 फीसदी हो गया है। नई दरें 1 जनवरी 2023 से लागू हुई है जो 1 जून 2023 तक प्रभावी रहेंगी। इसके बाद अगले छमाही डीए की दरों का ऐलान होगा, जो कि जनवरी से जून तक के एआईसीपीआई के आंकड़ों पर निर्भर करेगा। अनुमान है कि जुलाई में एक बार फिर 4 फीसदी तक डीए फिर बढ़ सकता है।
साल में 2 बार बढ़ता है महंगाई भत्ता- दरअसल, साल में 2 बार जनवरी और जुलाई में केन्द्रीय कर्मचारियों का ऊअ बढ़ता है, इसकी गणना हर महीने श्रम ब्यूरो द्वारा जारी औद्योगिकी श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर की जाती है। हाल ही में लेबर मिनिस्ट्री द्वारा जारी फरवरी के आंकड़ों में 0.1 प्वाइंट की कमी आई है और इंडेक्स का नंबर 132.7 पर पहुंच गया है, ऐसे में जुलाई में 4 फीसदी तक फिर डीए बढ़ने के संकेत है। इससे सैलरी में 50000 से 1 लाख तक का इजाफा होगा। इसका लाभ 48 लाख कर्मचारियों और 69 लाख पेंशनभोगियों को मिलेगा। डीए फॉमूर्ला (42 29200) / 100 से तय होगा। इसी तरह पेंशनर्स के लिए महंगाई राहत को भी कैलकुलेट किया जाता है।
महंगाई भत्ते में 3 या 4 फीसदी वृद्धि संभव
यह साल की दूसरी बढ़ोतरी होगी। हालांकि अभी मार्च से लेकर जून के तक के आंकड़े आना बाकी है, इसके बाद तय होगा कि जुलाई 2023 में कर्मचारियों-पेंशनरों के डीए में कितने प्रतिशत बढ़ेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर जनवरी से जुलाई तक के अकउढक इंडेक्स के आंकड़ों में बढ़त होती है तो यह 3 फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ने पर कुल डीए 45% और 4 फीसदी पर कुल महंगाई भत्ता 46% होगा। नई दरें 1 जुलाई 2023 से लागू हो सकती है और इसका ऐलान रक्षाबंधन के आसापास किया जा सकता है, हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है कि कितना डीए बढ़ेगा और कब इसका ऐलान किया जाएगा।
ऌफअ में भी वृद्धि संभव
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महंगाई भत्ते के साथ हाउस रेंट अलाउंस में भी अगला रिविजन 3% तक हो सकता है। इसके बाद अधिकतम मौजूदा दर 27% से बढ़कर ऌफअ 30 % हो जाएगा। लेकिन यह तभी होगा जब ऊअ 50% के पार होगा। वित्त विभाग के मेमोरेडम के मुताबिक, ऊअ के 50 फीसदी क्रॉस होने पर ऌफअ 30%, 20% और 10% हो जाएगा। हाउस रेंट अलाउंस की कैटेगरी , और े क्लास शहरों के हिसाब से है। जो केंद्रीय कर्मचारी कैटेगरी में आते हैं उन्हें 27 % ऌफअ मिल रहा है, जो 50% ऊअ होने पर 30% हो जाएगा। क्लास वालों के लिए यह 18% से बढ़कर 20 % हो जाएगा। े क्लास वालों के लिए 9% से बढ़कर 10 % हो जाएगा।