नगर केअस्पतालों में बढ़े सर्दी-खांसी और बुखार के मरीज

सुसनेर।  मौसम में बार-बार हो रहा बदलाव वायरल फीवर को और ताकतवर बना रहा है। कभी बारिश के बाद मौसम में ठंडक आना और कभी तेज धूप निकलने से वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में बढ़ी है। फीवर के मरीजों में अब एलर्जी और अस्थमा की शिकायत भी देखने को मिल रही है।

सिविल अस्पताल सुसनेर में 250 से 300 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। वायरल के 20 फीसदी मरीज ऐसे हैं जिन्हें एलर्जी और अस्थमा की शिकायत हो रही है। सुसनेर मेडिकल ऑफिसर डॉ. बीबी पाटीदार ने बताया कि मौसम में बार-बार हो रहे परिवर्तन की वजह से वायरस ताकतवर होने के साथ नेचर में भी बदलाव देखने में मिल रहा है। वायरस अभी तक गले के साथ कई मरीजों में फेफड़ों में भी असर दिखा रहा था, लेकिन वायरस के बदले हुए नेचर के चलते वायरस गले और फेफड़े के साथ साथ नलियों में असर डाल रहा है। इसके चलते सांस की नलियों में सूजन की शिकायत आ रही है। इससे मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसके साथ ही उसे 3 से 4 सप्ताह तक जुकाम और खांसी होने की शिकायत मरीजों में देखने में मिल रही है। सामान्य खांसी, जुकाम के इलाज से लाभ नहीं हो रहा है। छाती में जकड़न, लो ग्रेड भी साबित होती है। फीवर, खांसी, कफ होने के साथ सांस लेने में तकलीफ होती है। अगर गले में दर्द के साथ हल्का जुकाम महसूस हो तो तुरंत विशेषज्ञ की सलाह लेकर इलाज लेने से जल्द ही मरीज ठीक हो जाता है।

पौष्टिक भोजन ही खाएं

 

वायरल फीवर बच्चों और बुजुर्गों को तेजी से चपेट में ले रहा है। कामकाज के सिलसिले में अक्सर अपने घरों से बाहर रहने वाले अन्य लोग भी इस वायरल की चपेट में आ रहे हैं। बुखार की चपेट में आने वाले रोगियों को सर्दी, खांसी व गले में तेज दर्द की परेशानी होती है और कमजोरी आ जाती है। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पौष्टिक भोजन खिलाएं और बाजार में बने खाद्य पदार्थों को खाने से परहेज रखना चाहिए।

ये बरतें सावधानियां

ठंडा पानी न पीएं, शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से परहेज करें। बाजार में बने खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। सुबह शाम शरीर को ज्यादा ढंकने वाले कपड़े पहनें। घर में बना ताजा और पौष्टिक भोजन का सेवन करें। वायरल होने पर खांसते व छींकते समय मुंह पर रूमाल या मास्क लगाएं। कटे फलों का सेवन न करें। अगर किसी व्यक्ति का स्वास्थ्य बिगड़ गया है तो वह डॉक्टर की सलाह लेकर दवा का सेवन करें।

रिपोर्ट-अर्पित हरदेनिया