गायत्री महायज्ञ में आओ आहुतियां स्वीकार करो, जन कल्याण करो

बड़नगर। ग्राम खेड़ा माधव बड़नगर में चल रहे 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में सोमवार सुबह देव आवाहन के समय याजकों ने देवताओं को आते और पूजन चौकी पर आसन ग्रहण करते अनुभव किया। उद्गाताओं ने सस्वर मंत्र उच्चार और भाव भरी आवाहन प्रार्थना गाई। महायज्ञ में आओ आहुतियां स्वीकार करो, जन कल्याण करो। संचालन टोली के प्रमुख मन हरण जी ने याजकों को बताया कि लोक कल्याण के लिए हो रहे इस महायज्ञ को आज से सभी आवाहित देवताओं, परम पूज्य गुरुदेव और हिमालय की ऋषि संसद का संरक्षण पूणार्हुति तक मिलता रहेगा। आपकी भाव भरी प्रार्थना लोक कल्याणकारी भावना से महायज्ञ का मूल उद्देश्य सज्जनों को संगठित करना और दुर्जनों से लोहा लेने का सफल होगा। सांयकाल ज्ञान यज्ञ के तहत श्री मन हरण जी ने सोलह संस्कारों में से प्रमुख पुंसवन, नामकरण, अन्नप्राशन, मुंडन, विद्यारम्भ, दीक्षा, यज्ञोपवीत, विवाह, वानप्रस्थ, अंत्येष्टि, मरणोत्तर जन्मदिन और विवाह दिवस की उपयोगिता और आवश्यकता बताई। 11 अप्रैल को यज्ञ के साथ गायत्री महामंत्र की दीक्षा दी जाएगी। सांयकाल प्रज्ञा पुराण कथा के साथ दीप यज्ञ होगा।