मानवअपने सुख दुःख का स्वयं रचियता है

मनावर। समीपस्थ ग्राम माण्डवी में “सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का माध्यम से सांसारिक जीवन प्रबंधन” विषय पर शांतम आश्रम उज्जैन के मानस मर्मज्ञ, कथाकार और जीवन प्रबंधन गुरु पं. श्री विजय शंकर मेहता जी का एक दिवसीय व्याख्यान आयोजित किया गया।व्यास पीठ से उन्होने लगभग ढाई घंटे अपने धाराप्रवाह आशीर्वचनों और वक्तव्यों के माध्यम से श्रोताओं के मर्म छूकर अभिभूत किया। उन्होंने आज के पारिवारिक जीवन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि व्यक्ति घर के लोगों के सामने तनाव में रहता है परन्तु बाहर खुशमिजाज व्यवहार प्रदर्शित करता है,इस प्रकार के दिखावे से भला शांति कहा से मिलेगी ? गुरुजी ने बताया जब घर मे रहो या घर से बाहर जाओ और जब बाहर से घर आओ तो मुस्कुराते आना चाहिए क्योंकि हनुमान जी के भक्त कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी सदैव मुस्कुराते है और अंतर्मन से सुखी और खुश रहते है। मंदिर में प्रसादी का दृष्टांत देते हुए उन्होंने कहा कि गुड़ चना को प्रसादी समझ कर खाते और अपनाते है तो पति को पत्नी और पत्नी को पति मिलना भी ईश्वर का प्रसाद है यही समझकर एक दूसरे को आत्मसात करना चाहिए। जिस प्रकार हम प्रसाद में नुस्ख नही निकालते है वैसे ही हमे सांसारिक और पारिवारिक जीवन में भी कार्यव्यवहार करे तो जीवन स्वर्ग बन जाते है।आज की युवा पीढ़ी को संभालने के विषय पर उन्होने कहा, हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए माता पिता अपने बच्चों के सर पर स्नेह से हाथ घुमाते है तो कितना भी बिगड़ा बच्चा हो छः माह में सुधर सकता है।

बच्चों को हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए प्रेरित करना चाहिए जिससे उनके जीवन मे सदैव सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो।साथ ही उन्होंने बताया कि जिस प्रकार जामवंत जी के कहने पर हनुमान जी ने सौयोजन का समुद्र मुस्कुराते हुए लांघ दिया था ठीक उसकी प्रकार यदि हम अपने बुजुर्गों और माता पिता व वरिष्ठ जनों के साथ समय बिताते है और उनका कहना मानते है तो हमारे जीवन की बड़ी से समस्या का सरलता से समाधान किया जा सकता है। उन्होंने सरल तरीके से बताया कि हनुमान चालीसा पाठ प्राणायाम के साथ कैसे हो, और भी कई ऐसे पारिवारिक दृष्टांत के माध्यम से जीवन प्रबंधन कैसे हो बताकर उपस्थित श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।
गांव के गणमान्य वरिष्ठ जनों गंगाराम बाबा, सीताराम जी,देवराम जी,रामेश्वर पाटीदार, महेंद्र पाटीदार, राकेश चामट, डॉ. कमल पाटीदार, महेंद्र बंशी, आदि ने स्वागत किया।
विकास पाटीदार व राहुल पाटीदार ने हनुमानजी की पूजा अर्चना की व पंडित मेहता जी का भी पुष्पहार से स्वागत किया। दिनेश बड़वाला,मोहन सुपर, डॉ. रूपचंद जी पाटीदार, मोतीलाल पाटीदार ने पंडित मेहता जी को शाल व श्रीफल भेंट किया। कार्यक्रम के अंत मे देवेंद्र पाटीदार, रोहित पाटीदार,डॉ. चेतन पाटीदार, व रवि पाटीदार के द्वारा समापन आरती की गयी। कार्यक्रम का संचालन नवीन अत्रे ने कीया व आभार प्रदर्शन महेंद्र पाटीदार ने किया।

रिपोर्ट कौशिक पंडित