लॉज में कमरा लिया और दरवाजा बंद कर लगाई फांसी

उज्जैन। इंदौर से आया युवक लॉज पहुंचा और बोला कमरा चाहिए, उससे आईडी मांगी तो माता-पिता के आने की बात कहीं। युवक को कमरा दिया गया, लेकिन काफी देर तक माता पिता नहीं आए तो कर्मचारी आईडी मांगने पहुंचा। युवक फंदे पर लटका हुआ था।
महाकाल टीआई मुनेन्द्र गौतम ने बताया कि कहारवाड़ी मंगलम लॉज में एक युवक द्वारा फांसी लगाने की खबर मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। लॉज कर्मचारियों ने बताया कि युवक सुबह 10 बजे आया था और बोला कमरा चाहिए उससे आईडी मांगी तो उसने कहा कि माता-पिता आ रहे उन्हे महाकाल दर्शन कराने हैं। उनके आने पर माता-पिता के आईडी देगा। उसे कमरा दिया गया था, जब दोपहर तक माता-पिता नहीं आए तो कर्मचारी युवक से आईडी लेने पहुंचा। दरवाजा बंद था, काफी खटखटाने पर नहीं खुला तो खिड़की से अंदर देखा गया। युवक शर्ट का फंदा बनाकर पंखे से लटका हुआ था। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और शव नीचे उतारा। युवक के पास आधार कार्ड मिला। जिसे पर उसका नाम युद्धवीर सिंह पिता प्रेमसिंह रावत 28 वर्ष निवासी 202 आवास विहार लवकुश चौराहा इंदौर होना सामने आया। उक्त पते पर संपर्क कर परिजनों को सूचना दी गई। 2 घंटे बाद परिजन जिला अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने बताया कि पहले आवास विहार में रहते थे, अब प्रिंस नगर बाणगंगा के निवासी है। युद्धवीर फैक्ट्री में काम करता था। उसने ऐसा कदम क्यों उठाया इसका पता नहीं है। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइडनोट भी नहीं मिला है। मामले में मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया है। जिसे अंतिम संस्कार के लिये इंदौर ले जाया गया। कुछ दिन बाद परिजनों को बुलाकर बयान दर्ज किये जाएगें। संभवना जताई जा रही है कि आर्थिक परेशानी या प्रेम प्रंसग के चलते युवक ने उज्जैन आकर फांसी लगाई है।