इंदौर में भाई ही निकला दिव्यांग नाबालिग का दुष्कर्मी, गिरफ्तार

डीएनए मैच होने पर पुलिस ने की कार्रवाई; बोल-समझ नहीं पाती पीड़ित

इंदौर। दिव्यांग नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने उसके भाई को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि उसके भाई का डीएनए नाबालिग से मैच हो गया है। यानी रेप उसके भाई ने ही किया था। पूछताछ के बाद उसे जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि यदि आरोपी सब कुछ सही-सही बता देता है तो उसकी रिमांड नहीं ली जाएगी, नहीं तो कोर्ट में पेश कर उसकी रिमांड की अपील करेंगे।
बता दें कि इंदौर के अनुभूति विजन सेवा संस्थान में पिछले चार साल से बच्ची रह रही थी। पीरियड्स नहीं आने पर आश्रम की संचालिका ने 7 फरवरी को जानकारी दी। गरीब परिवार में जन्मी 17 साल की लड़की धार जिले के पीथमपुर की रहने वाली है। बचपन से ही उसका दिमाग ठीक से काम नहीं करता है। वह डेढ़ साल के बच्चे जैसा रिएक्ट करती है।
संस्थान पर आरोप है कि जब-जब बालिका की तबीयत बिगड़ी, तब उसका मेडिकल नहीं करवाया गया। मां ने पिछले साल नवंबर में दोबारा संस्थान के सुपुर्द किया था, तब भी संस्थान की तरफ से कोई जांच नहीं करवाई गई। तबीयत खराब होने पर मां की सलाह पर ही दवाइयां देते रहे। इतना ही नहीं पीरियड्स नहीं आने पर भी संस्थान की ओर से गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया। इस वजह से ये स्पष्ट नहीं हो पाया कि उसके साथ दुष्कर्म संस्थान में हुआ था या बाहर। लेकिन अब डीएनए रिपोर्ट से बहुत कुछ स्पष्ट हो गया है।

साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट को बेड टच का इशारा मिला था

लड़की मंदबुद्धि होने के साथ बोल-समझ नहीं सकती। वह अपनी हालत बयां करने में भी सक्षम नहीं है। इसके चलते पुलिस ने मूक बधिर एक्सपर्ट मोनिका राजपूत को बुलवाया। उन्होंने बच्ची से कई तरह से सवाल किए और उनके जवाब जानने की कोशिश की, लेकिन स्पष्ट रूप से वे भी घटना से जुड़े फैक्ट्स सामने नहीं ला पाई। उसे संस्थान के लोगों समेत रिश्तेदारों के भी फोटो दिखाए गए, लेकिन पीड़िता ने रिएक्ट नहीं किया। इसलिए पुलिस ने डीएनए जांच कराई थी।