शंकराचार्य निश्चलानंद जी बोले- संघ प्रमुख भागवत गुरु, गोविंद, ग्रंथ से हीन, उटपटांग बोलते हैं
रीवा। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के लिए कहा कि उन्हें बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। वे बाल गोपाल हैं, ज्यादा बड़-बड़ न बोलें। भागवत के पंडितों पर दिए बयान पर निश्चलानंद सरस्वती ने यह बात कही।
उन्होंने आगे कहा, मोहन भागवत मेरे पास बाल गोपाल होकर ही बैठते हैं। ये गुरु, गोविंद और ग्रंथ तीनों से हीन हैं। सालभर इनको बोलना है, कुछ न कुछ ऊटपटांग तो बोलेंगे ही, इनकी लाचारी है। सिखों के यहां ग्रंथ है, किसी के यहां कुरान है, किसी के यहां बाइबिल है, लेकिन इनके यहां तो बड़ी कठिनाई है- न गुरु, न गोविंद, न ग्रंथ। ब्राह्मण के ऊपर कटाक्ष कर अपने पांव पर ही कुल्हाड़ी मार ली।
बता दें संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि जाति भगवान ने नहीं बनाई है, जाति पंडितों ने बनाई, जो गलत है।
साईं भक्त हिंदू मठ और मंदिर से दूर रहें
शंकराचार्य ने साईं भक्तों को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि साईं किसी भी प्रकार से भगवान नहीं हैं। जो साईं को भगवान मानते हैं, वे हिंदू मठ और मंदिर से दूर रहें। उनका पूरी तरह से हिंदू मठों में प्रवेश वर्जित है। वे साईं के पास ही रहें। पूरी तरह से सनातन धर्म से दूरियां बनाकर रहें।