समर्थन मूल्य नहीं मिलने पर किसानों ने किया चक्काजाम

उज्जैन। किसानों को समर्थन मूल्य का दाम नहीं मिल पाने पर उन्होने शनिवार दोपहर कृषि उपज मंडी के बाहर गेट पर चक्काजाम कर दिया। कुछ देर में ही आगररोड पर वाहनों की लम्बी कतार लग गई। एसडीएम, सीएसपी मौके पर पहुंचे और मंडी समिति से चर्चा कर समर्थन मूल्य पर खरीददारी शुरू कराई।
चिमनगंज कृषि उपज मंडी में प्रतिदिन किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे रहे है। सैकड़ो ट्रेक्टर-ट्राली की कतार मंडी में लग रही है। शनिवार को व्यापारियों ने उपज में फर्क बताकर 19 सौ रुपये में खरीदी करना शुरू कर दिया। शुक्रवार तक समर्थन मूल्य पर 22 सौ रुपये क्विंटल तक की खरीदी की गई और शनिवार को दाम किये जाने पर किसानों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होने अपनी ट्रेक्टर-ट्राली मंडी गेट के बाहर लगाकर चक्काजाम कर दिया और जय जवान, जय किसान के नारे लगाने लगे। कांगेस नेता राजेन्द्र वशिष्ठ किसानों के बीच जा पहुंचे और मंडी समिति से चर्चा की, लेकिन समिति सही जवाब नहीं दे सकी। किसानों के चक्काजाम की खबर मिलने पर एसडीएम राकेश शर्मा, सीएसपी अनिलसिंह मौर्य, चिमनगंज थाना प्रभारी एसआई करण खोवाल, पंवासा थाना प्रभारी गजेन्द्र पचौरिया सहित पुलिस बल और अतिरिक्त फोर्स भी मंडी गेट पहुंच गया। एसडीएम ने किसानों से चर्चा की तो उन्होने बताया कि 2 दिनों से कतार में लगे है। कल तक 22 सौ से 24 सौ रुपये तक में खरीदी की जा रही थी, आज उसी उपज को 19 सौ के भाव से लिया जा रहा है। कांग्रेस नेता वशिष्ठ ने कहा कि सरकार ने समर्थन मूल्य 2125 रुपये से नीचे खरीदी नहीं करने के निर्देश दिये है। किसानों को समर्थन मूल्य मिलना चाहिये। एसडीएम ने मंडी समिति सदस्यों से चर्चा की और समर्थन मूल्य पर खरीदी करने की बात कहीं और बोला कि समर्थन मूल्य पर बोली लगाई जाएं अगर समर्थन मूल्य से कम हो तो बोली रोकी जाए। उपज की जांच के बाद मूल्य तय किया जाएं। एसडीएम के निर्देश के बाद किसानों ने चक्काजाम समाप्त किया और सड़क पर खड़ी ट्रेक्टर-ट्रालियां लेकर मंडी पहुंचे।