अप्रैल के पहले पखवाड़े में कोरोना संक्रमण दर 6.63 प्रतिशत
इंदौर। कोरोना संक्रमण इंदौर में एक बार फिर पैर पसारने लगा है। स्थिति यह है कि अप्रैल के पहले पखवाड़े में संक्रमण दर 6.63 प्रतिशत रही। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग बढ़ाने की कोई रणनीति नहीं बनाई। लापरवाही की स्थिति इसी से समझी जा सकती है कि अप्रैल के शुरूआती 15 दिन में इंदौर में सिर्फ 1537 सैंपल जांचे गए। इनमें से 102 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इस दौराना कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति की मौत भी हुई। शनिवार को भी शहर में सिर्फ 74 सैंपल जांचे गए। इनमें से पांच संक्रमित मिले हैं। शनिवार को छह लोगों ने बीमारी को हराया और कोरोना मुक्त हुए। किसी समय इंदौर में कोरोना के उपचाररत मरीजों की संख्या हजारों में थी, लेकिन जैसे-जैसे कोरोना नियंत्रित हुआ, यह कम होती गई। लंबे समय तक तो शहर में कोरोना का एक भी मरीज उपचाररत नहीं था। अब कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ-साथ उपचाररत मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी होने लगी है। अप्रैल के 15 दिन में उपचाररत मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। 31 मार्च को जहां सिर्फ 29 कोरोना संक्रमितों का उपचार चल रहा था, वहीं 15 अप्रैल को यह संख्या बढ़कर 58 हो गई।