अब क्षिप्रा शुद्धिकरण के लिये घाट पर करेंगे अनशन

उज्जैन। क्षिप्रा शुद्धिकरण को लेकर 5 माह पहले अन्न-चप्पल त्याग चुके एक संत ने अब तपती गर्मी में घाटों पर बैठ अनशन करने की बात कही है। उनका कहना है कि जब तक जिम्मेदारों की नींद नहीं खुलेगें वह जाप करते रहेंगे। मंगलनाथ मार्ग भगवान अंगारेश्वर मंदिर के पास बने दादू आश्रम के संत ज्ञानदास महाराज क्षिप्रा शुद्धिकरण को लेकर काफी चिंतित है। उन्होने क्षिप्रा शुद्धिकरण को लेकर 5 माह पहले अन्न-चप्पल का त्याग अनशन की शुरूआत की थी। अब उनका कहना है कि अब वह क्षिप्रा के घाट पर बैठ अनशन करेगें। उन्होने बताया कि पहले भी अनशन किया गया था, तब अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने आश्वसन दिया था कि क्षिप्रा में मिलने वाले गंदे नाले बंद कर दिये जाएगें। लेकिन अब तक स्थिति में सुधार नहीं हो पाया है। गौरतलब हो कि शिप्रा शुद्धिकरण को लेकर शासन-प्रशासन कई बार योजना बना चुका है। राशि भी आवंटित हो चुकी है। श्रमदान तक किया जा चुका है, बावजूद क्षिप्रा का शुद्ध रखने का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है। पूर्व में भी षट्दर्शन साधु समाज, तेरह अखाड़े के संत दत्तअखाड़ा पर अनशन कर चुके है। अनशन के दौरान संतों ने कान्ह नदी पहुंचकर भी प्रशासन को अवगत कराया था, लेकिन अब तक कोई ठोस काम नहीं हो पाया है।