गर्मी के साथ ही बढ़ा मच्छरों का भी प्रकोप बैक लाइनों में भरी गंदगी में पनप रहे लार्वा
सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की संख्या में अचानक हुई वृद्धि
दैनिक अवन्तिका इंदौर
जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है। शहर भले ही सफाई में नंबर-1 हो लेकिन आज भी कॉलोनी-मोहल्लों की बैक लाइनों में गंदगी ही पसरी पड़ी है। सुदामा नगर, इंदिरा नगर और ऐसी ही कई कॉलोनियां हैं, जिनकी बैक लाइनें में कचरा और ड्रेनेज का पानी भरा हुआ है। इनसे मच्छरों की आबादी को बढ़ने में और अधिक मदद मिल रही है। उधर, नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि फॉगिंग मशीनों से धुआं उड़ाकर मच्छरों को मारा जा रहा है, लेकिन ऐसा कहीं दिखाई नहीं दे रहा है।
जानकारी अनुसार वर्तमान में अचानक शहर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इससे मच्छरजनित रोगों का प्रकोप फैलने का अंदेशा हो गया है। शहर के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों और क्लीनिकों में मरीजों की संख्या में भी अचानक वृद्धि हो गई है। कुछ समय पहले से वायरल का प्रकोप फैला है, अब मलेरिया और अन्य मच्छर जनित बीमारियों के मरीज भी बढ़ने लगे हैं। एमवाय अस्पताल, हुकुमचंद क्लीनिक एवं अन्य कुछ अस्पतालों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले मलेरिया के मरीज नहीं थे, लेकिन अब प्रतिदिन 15-20 लोगों में मलेरिया के लक्षण पाए जा रहे हैं। और तो और लोगों को मलेरिया के उपचार से ही फायदा भी हो रहा है।
फॉगिंग मशीनों से धुआं उड़ाने की जरूरत
शहर में मच्छरों के बढ़ते प्रकोप को कम करने के लिए फॉगिंग मशीनों से धुआं उड़ाने की जरूरत है। निगम के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार शहर में फॉगिंग मशीनों से धुआं उड़ाया भी जा रहा है। उधर, दूसरी और शहर में कहीं भी धुआं उड़ाने वाली फॉगिंग मशीनें दिखाई नहीं दे रही हैं।
सुबह-शाम ज्यादा हो रही परेशानी
मच्छरों का आंतक सुबह और शाम के समय ज्यादा रहता है। इस समय व्यक्ति को बार-बार मच्छरों को भगाना पड़ता है। साथ ही रात को सोते समय भी मच्छर रोधी दवाइयों का छिड़काव आदि करना पड़ता है।