अब जलाभिषेक के नाम पर श्रद्धालुओं को थमाई फर्जी रसीद
उज्जैन। महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे है। 2 दिन पहले भस्मारती के नाम पर ठगी की गई थी। मंगलवार को जलाभिषेक के नाम पर फर्जी रसीद थमाकर प्रवेश कराने का मामला सामने आने पर 2 लोगों को पकड़ा गया है। जिनसे पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है।
श्री महाकाल महालोक बनने के बाद देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन महाकाल मंदिर पहुंच रहे है। श्रद्धालु के बीच दर्शन, भस्मारती के नाम पर ठगी करने वाले भी सक्रिय हो चुके है। मंगलवार को दिल्ली से आए हनीष सहगल, विष्णु शंकर पांडे आशीष सहगल और मंकुश मंदिर के गेट नम्बर 4 पर पहुंचे थे। जहां विष्णु बैरागी और योगेन्द्र नामक दो युवक मिले। दोनों ने श्रद्धालुओं को गर्भगृह में जाकर जलाभिषेक कराने का हवाला दिया और 31 सौ रुपये पेटीएम करा लिये। दोनों ने 31 रुपये भी नगद लिये और पंडे-पुजारियों के नाम पर कटने वाली 15 सौ की रसीद थमा दी। श्रद्धालु रसीद लेकर जलाभिषेक के लिये पहुंचे तो पंडे-पुजारियो ने रसीद फर्जी होना पाई। पुरानी रसीद पर 18 अप्रैल लिखकर सील लगाई गई थी। मामले की सूचना महाकाल मंदिर सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल को दी गई।
उन्होंने मंदिर से ही फर्जी रसीद देने वाले दोनों युवको को पकड़ लिया और महाकाल थाना पुलिस के सुपुर्द किया। बताया जा रहा है कि जिस पुजारी के नाम की रसीद थमाई गई थी उनका कहना था कि आज उनका कोई श्रद्धालु नहीं आया है। सहायक प्रशासक के अनुसार मामले की जांच की जा रही है। मामले में दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जाएगी। वहीं सीएसपी ओमप्रकाश मिश्रा का कहना था मंदिर प्रशासन की ओर से लिखित आवेदन मिलते ही दोनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू करेगें। गौरतलब हो कि 16 अप्रैल को दिल्ली से आए तीन श्रद्धालुओं के साथ भस्मारती के नाम पर फर्जी परमिशन दिये जाने का मामला सामने आया था। जिसमें मंगलवार को ही पुलिस ने खुलासा करते हुए सात आरोपितों को गिरफ्तार करने की बात कहते हुए तीन को एक दिन की पूछताछ के लिये रिमांड पर लेने की जानकारी दी थी।