विस्फोटक पदार्थ लगाकर मारा गया था किसान को
उज्जैन। बड़नगर में 27 फरवरी को मोबाइल विस्फोट से हुई किसान की मौत का मामला अब हत्या में तब्दील हो गया है। किसान के मोबाइल में विस्फोट नहीं हुआ था। उसे षडयंत्रपूर्वक विस्फोटक लगाकर मारा गया था।
विदित हो कि बड़नगर के ग्राम रुनीजा रोड पर खेत में बने कमरे से किसान दयाराम बारोड की लाश बरामद हुई थी। जिसके चेहरे से सीने तक के चिथड़े उड़ चुके थे, मृतक के पास से एक मोबाइल मिला था, जिसके बाद आशंका जताई गई कि मोबाइल में विस्फोट होने से हादसा हुआ है, घटनास्थल पर रतलाम से एफएसएल टीम पहुंची और मोबाइल जांच में लिया गया। लेकिन बेटरी फटना सामने नहीं आया था। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की थी। परिजन भी घटना को हादसा ही बता रहे थे, लेकिन जांच में पता चला कि सुबह जब पानी का टेंकर वाला वहां पहुंचा था तो कमरे में ताला लगा हुआ था। कुछ देर बाद ही जिस व्यक्ति ने शव देख पुलिस को सूचना दी उसने बताया कि ताला खुला हुआ था। जिससे मामले में संदेह बढ़ गया। पुलिस ने कई लोगों के बयान दर्ज किये जिसमें कुछ महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई। लम्बी जांच प्रक्रिया के बाद पुलिस ने मामले में मंगलवार रात हत्या की धारा 302 का प्रकरण दर्ज कर लिया। टीआई मनीष मिश्र ने बताया कि किसान को षडयंत्रपूर्वक विस्फोटक लगाकर मारा गया है। जांच में इस बात की जानकारी लगी है कि मृतक के दो बेटे है, जिनका पिता से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। मृतक की तीन बेटियां भी है, एक बेटी का पुत्र मृतक के साथ रहता था। जिसको नाना दयाराम मंडी में ट्रेडिंग का लायसेंस भी दिलाना चाहता था, लेकिन जनवरी में नाती भी छोड़कर चला गया था। घटना के बाद पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज किये थे, लेकिन ऐसा कुछ सामने नहीं आया था, अब एक बार फिर परिजनों से पूछताछ कर बयान दर्ज किये जाएंगे।