4 साल के बच्चे की रहस्यमय, मौत
श्रेयांश की मौत कैसे हुई?…. ससुराल वालों पर लगाया केस…..मेडिकल रिपोर्ट और मां के बयान से होगा खुलासा…….
इंदौर। के पास कदवाली बुजुर्ग गांव में हुई 4 साल के श्रेयांश की मौत की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ पाई है। पुलिस के लिए भी बच्चे की मौत रहस्य बनी हुई है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से उसकी मौत की जानकारी सामने आई लेकिन ये हुआ कैसे ये सवाल अभी भी बरकरार है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच-पड़ताल कर रही है, लेकिन कोई ठोस सुराग उसके हाथ नहीं लगा है। आइए जानते हैं पुलिस की अभी तक की पड़ताल के बारे में…। मां का क्या कहना है। परिजन मौत का कारण क्या मान रहे हैं।
पहले जान लीजिए क्या हुआ था उस दिन
कदवाली बुजुर्ग में अपने नाना दिनेश के घर पिछले करीब ढाई साल से श्रेयांश मां नीतू के साथ रह रहा था। पति सुमित से विवाद के बाद से नीतू अपने पिता के घर रह रही है और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है। 8 अप्रैल की रात को मां नीतू कमरे में पढ़ाई कर रही थी और श्रेयांश मोबाइल में कार्टून देख रहा था। कार्टून देखते-देखते वो सो गया। करीब साढ़े दस बजे के आसपास नीतू ने देखा कि श्रेयांश सो गया है तो उसे अपने कमरे से लेकर नीचे पहुंची और नाना शोभाराम के पास सुला दिया।
अगले दिन सुबह करीब साढ़े पांच बजे दादा शोभाराम उठे तो श्रेयांश सोया हुआ था। उन्होंने उसे चादर ओढ़ाई और चले गए। श्रेयांश रोज सुबह साढ़े सात बजे के आसपास उठ जाता था लेकिन उस दिन नहीं उठा। मां नीतू प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग के लिए इंदौर आ गई थी। नीतू की काकी और दादी ने श्रेयांश के पलंग के पास जाकर देखा। बच्चे में कोई हलचल नहीं होने पर घर के अन्य लोगों बताया। फिर नाना दिनेश उसे लेकर नजदीक के अस्पताल पहुंचे। जहां से उसे एमवाय अस्पताल रैफर कर दिया। यहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। तब तक पुलिस भी इसे सामान्य मौत समझ रही थी, लेकिन दो बाद आई पीएम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत होने का खुलासा हुआ। उसके बाद से पुलिस सभी पहलुओं पर जांच पड़ताल शुरू कर दी।
सोते समय कैसे घुटा दम…..वो घर जहां श्रेयांश की मौत हुई। श्रेयांश के नाना का दूध का कारोबार है।…………………..
नाना दिनेश को थाने लाकर पुलिस पूछताछ कर चुकी है। घर पर मां नीतू के महिला पुलिसकर्मी ने बयान लिए हैं। परिजनों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल भी पुलिस ने खंगाली है। हालांकि पुलिस फिलहाल खुलकर कुतिछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं है। अभी तक ये साफ नहीं हो सका है कि दम घुटने की परिस्थि कैसे बनी,
क्या बोले परिजन….
मामा अंकित चौधरी बताते हैं कि “उस रात वो भी श्रेयांश के पलंग के पास ही तखत पर सोए हुए थे। लेकिन उन्हें भी कुछ पता नहीं चला। श्रेयांश के रोने या कुछ बोलने की भी आवाज नहीं आई। सब कुछ सामान्य ही था। श्रेयांश बिना ओढ़े सोता था। उसे चादर ओढ़ाओ तो हटा देता था।”
शोभाराम (मां नीतू के दादा) जिनके साथ पलंग पर श्रेयांश सोया था वो बताते हैं कि “श्रेयांश का उनसे काफी लगाव था। वो घर से बाहर निकलते तो तुरंत श्रेयांश जूते पहनकर घूमने के लिए आ जाता था। दोनों आसपास पैदल घूमा करते थे। घर के पास ही में स्कूल है। वहां जाकर श्रेयांश मैडम से बातचीत करता था और चॉक ले लेता था। कहता था मैं भी स्कूल पढ़ने जाऊंगा। उसे इस साल स्कूल में डालने वाले थे।”
मां नीतू ने बताया कि “घर में बच्चों के साथ खेलने के बाद रात को मोबाइल देखते-देखते श्रेयांश कमरे में सो गया था। इसके बाद मैंने उसे नीचे ले जाकर दादा के पास सुला दिया। सुबह मैं कोचिंग के लिए इंदौर चली गई थी। बाद में घर वाले मुझे लेने आए तो घटना के बारे में पता चला। उसके भविष्य के लिए ही तो मैंने ग्रेजुएशन के तीन साल के गैप के बाद कुछ महीने पहले पीएससी की तैयारी शुरू की थी। अच्छा भला था उस दिन, ये सब कैसे हो गया पता नहीं।” बता दें कि 26 अप्रैल को होने वाले पटवारी परीक्षा के अंतिम पेपर में नीतू को भी शामिल होना है। वे परीक्षा देंगी या नहीं इस पर उन्होंने कुछ नहीं कहा।
ससुराल वालों पर लगाया केस…..
नीतू की शादी करीब साढ़े पांच साल पहले देवास के सुतारखेड़ा में रहने वाले किसान सुमित से हुई थी। दोनों के बीच कुछ समय तक संबंध ठीक रहे। करीब ढाई साल पहले नीतू पिता के घर आकर रहने लगी। ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना का केस भी उसने शिप्रा थाने में दर्ज करवाया। मायके में रहकर नीतू प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है। पुलिस ने बच्चे के पिता सुमित से भी बात की। पिता ने भी किसी तरह का आरोप नहीं लगाया है। पुलिस पिता से एक बार फिर बातचीत करेगी।
मां से करनी है पूछताछ…..
शिप्रा थाना प्रभारी जीएस महोबिया ने बताया कि घटना को लेकर डॉक्टरों से भी रिपोर्ट लेना है कि क्या घटना एक्सीडेंटल भी हो सकती है। मां-पिता से भी पूछताछ करना है। जो टेक्नीकल सपोर्ट हमें विवेचना में लेना है, वो लिया जा रहा है।