होटलों पर निगम आयुक्त ने चलाया सर्चिंग अभियान, संचालको की उड़ी नींद, नहीं दिखा पाए कोई दस्तावेज
होटल अग्निकांड के बाद अब जिला प्रशासन एक्शन मोड में,
उज्जैन। शहर में पिछले दिनों देवास गेट बस स्टेशन रेलवे स्टेशन के सामने स्थित 5 मंजिला होटल चंद्रगुप्त में भीषण आगजनी की घटना हुई थी उस दौरान 30 से अधिक यात्री होटल में ठहरे हुए थे अधिकतर यात्री महाकाल दर्शन करने के लिए आए थे हालांकि आगजनी घटना में कोई जनहानि नहीं हुई थी लेकिन यहां होटल संचालक के पास होटल संचालित में कई नियमों को ताक में रखकर होटल चलाया जा रहा था यहां होटल चंद्रगुप्त में फायर की कोई व्यवस्था नहीं थी ना ही फायर एनओसी बगैर अनुमति थे धड़ल्ले से होटल संचालित किया जा रहा था इसी के तहत होटल चंद्रगुप्त को सील करने की कार्रवाई की गई थी इसके बाद अब महाकाल क्षेत्र में स्थित अब अन्य होटलों की भी जांच शुरू करना थी जिसको लेकर जिला कलेक्टर के निगम आयुक्त को कारवाई के निर्देश दिए थे ।
फायर एनओसी ,दिखाओ दस्तावेज कहा है । पापा के पास है । ठीक तो पापा कहा है ।
इसी के तहत आज जिला कलेक्टर के आदेश पर निगम आयुक्त ने अलसुबह महाकाल क्षेत्र मैं स्थित होटलों का अचानक निरीक्षण किया जीससे की होटलों संचालकों की अल सुबह की नींद उड़ गई । जांच के दौरान निगम आयुक्त की टीम ने होटलों में पहुंचकर फायर एनओसी मांगी तो होटल कर्मचारी जवाब तक नहीं दे पाए इसके अलावा अन्य नियमों अनुसार होटल संचालित करने के दस्तावेज भी मांगे गए यहां भी होटल संचालकों कर्मचारियों की चुप्पी साफ बयां कर रही थी की होटल संचालन में बगैर अनुमति के धड़ल्ले से होटल संचालित किया जा रहा है । एनओसी और दस्तावेज यहाँ तक की रजिस्टर तक नहीं दिखा पाए यहाँ अधिकारियो द्वारा दस्तावेस मांगने पर होटल संचालक तालम टोली करते रहे और कहते रहे रजिस्टर भी है दस्तावेज भी है एनओसी भी है पर फिलहाल होटल में मौजूद नहीं है, किसी ने कहा पापा के पास हे तो किसी ने कहा हमारे बोस के पास है पता नहीं, हम मंगवा लेंगे इस पर निगमायुक्त भड़क गए और कहा की मुझे नहीं पता होटल सील करदेंगे फिर बाद में कहा जल्दी मंगवा लीजिए हम थोड़ा वक्त आज दे देते है । 24 घंटे के भीतर नियम अनुसार दस्तावेज और फायर एनओसी आप जल्द ही दिखावे अन्यथा सख्त कार्रवाई करते हुए हमें आपकी होटल सील करना पड़ेगी है ।
नहीं दिखा पाए फायर एनओसी और दस्तावेज….रजिस्टर भी गायब, तो कहा सील करदो होटल , फिर दिया विजेटिंग कार्ड….
बहरहाल जो भी हो जिला प्रशासन के एक्शन मौड से फिलहाल होटल संचालक सकते में आ गए हैं इधर निगमायुक्त ने कहा यह मुहिम लगातार जारी रहेगी महाकाल क्षेत्र के अलावा शहर के सभी होटलों का निरिक्षण कर जांच की जाएगी यदि किसी तरह की लापरवाही या अनियमितता पाई गई तो सख्त कार्यवाही की जाएगी ।
कंठाल से गोपाल मंदिर तक सड़कों पर फैला अतिक्रमण बिगडी पार्किंग व्यवस्था से भी भड़के निगम आयुक्त….
इधर होटल निरीक्षण के दौरान कंठल से गोपाल मंदिर तक सड़कों पर फैला अतिक्रमण और पार्किंग व्यवस्था को लेकर भी निगमायुक्त ने अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की और सड़कों पर वे तरीके से खड़ी मोटरसाइकिल टू व्हीलर फोर व्हीलर पार्किंग व्यवस्था को लेकर कार्यवाही करने के निगम की टीम और यातायात पुलिस को निर्देश दिए और कहा की साथ मिल कर सख्त कारवाई करे ।