ब्यावरा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के के ओझा को किया निलंबित
राजगढ़। ब्यावरा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के के ओझा द्वारा लगातार भ्रष्टाचार और मनमानी की शिकायते प्राप्त हों रही थी, उनके द्वारा निर्वाचित पंचायती राज प्रतिनिधियों के वाजिब काम भी बिना रिश्वत के नहीं कियें जा रहे थे। कई बार क्षेत्रीय विधायक रामचंद्र दांगी के द्वारा उनको चेतावनी दी गई मगर सीईओ केके ओझा ने अपनी कार्यप्रणाली मे सुधार नहीं किया। क्षेत्रीय विधायक रामचंद्र दांगी ने बताया कि एक निर्वाचित सरपंच से उन्होंने रिश्वत की मांग की जिस का वीडियो जिला कलेक्टर को प्रेषित किया और उनसे प्रमाण के साथ शिकायत की। भोपाल मे मध्य्प्रदेश के अपर मुख्य सचिव को भी भ्रष्टाचार की शिकायत की परिणामस्वरूप जनपद सीईओ को आज निलंबित कर दिया गया है। विधायक ने कहा कि हम भले ही विपक्ष मे है लेकिन भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे और संघर्ष करते रहेंगे। मध्यप्रदेश की पूरी सरकार ही गले गले भ्रष्टाचार मे डूबी हूई है, इस सरकार का लाभ केवल भाजपा के मुट्ठी भर लोग उठा रहे है। शासन की सारी योजनाए भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है कॉन्ग्रेस का संघर्ष भ्रष्टाचार के विरुद्ध है। विधायक श्री दांगी ने कहा कि ढाई साल का कार्यकाल इसका साक्षी है हमने भ्रष्टाचार को बिल्कुल सहन नहीं किया है। गरीबों के हितों को ध्यान में रखते हुए हमने पहले भी भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है। आगे भी उठाते रहेंगे। आमजन के वैधानिक काम तुरंत बिना रिश्वत लिए किए जाए।
रिपोर्ट मुकेश सक्सेना