महाकाल में भीड़ को रोकने के लिए अब वीआईपी गेट निर्गम में उपयोग कर रहे
– मंदिर के बाहर वाहनों की आवाजाही पर भी प्रतिबंध
– पैदल झोन बनाया ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो
ब्रह्मास्त्र उज्जैन। महाकाल मंदिर में श्रावण मास के पहले दिन मंदिर में प्रवेश व दर्शन की व्यवस्था बिगड़ने के बाद प्रशासन ने नया प्रयोग कर व्यवस्था सुधारने के प्रयास शुरू किए है। भस्मारती गेट जो अब तक वीआईपी प्रवेश के लिए निर्धारित था उसे पूरी तरह से निर्गम गेट बना दिया गया है। वीआईपी की इंट्री अब ठीक इसी के पास वाले गेट से शुरू की है। वहीं आम श्रद्धालुओं को प्रवेश इसके थोड़े ही आगे वाले नए गेट से दिया जा रहा है। बस इन श्रद्धालुओं को बेरिकेड्स में घूमकर वैक्सीनेशन प्रमाण आदि चेक कराने के बाद इस गेट तक आना होगा। 250 रुपए की टिकट वालों का भी यहीं से प्रवेश हो रहा है। अंतर सिर्फ इतना है कि प्री-बुकिंग से अनुमति लेकर आ रहे श्रद्धालु लाइन में लगकर दर्शन लाभ रहे हैं। और जिन श्रद्धालुओं ने प्री-बुकिंग नहीं कराई है उन्हें टिकट लेकर दर्शन की सुविधा मिल रही है। भस्मारती गेट पहले वीआईपी गेट था और श्रावण के पहले सोमवार को यहां से वीआईपी प्रवेश से नाराज श्रद्धालु भड़क उठे थे और भीड़ के रूप में बेरिकेड्स हटाकर अंदर प्रवेश कर गए थे। भस्मारती गेट के बाहर भीड़ रोकने के लिए अब इसे निर्गम गेट कर दिया है। साथ ही गेट के दोनों ओर से मंदिर क्षेत्र में सड़क पर वाहन प्रतिबंधित कर दिए गए है। इसे पैदल झोन के रूप में रखा गया है। ताकि श्रद्धालुओं को आवाजाही में परेशानी न हो। अभी तक यहां से वाहन भी निकल रहे थे। भीड़ के बीच वाहन से भी दिक्कत आ रही थी।