पुलिस की मौजूदगी में रेलवे ने तोड़ दिया भैरव महाराज का मंदिर
घट्टिया तहसील के गांव सिंगाबदा के ग्रामीणों में आक्रोश
ब्रह्मास्त्र44 उज्जैन। जिले की घट्टिया तहसील में आने वाली ग्राम पंचायत सारोला के गांव सिंगाबदा में पहुंचे रेलवे और पुलिस विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में धार्मिक पूजा अर्चना करने वाले मंदिर के ओटले को तोड़ा गया। ग्रामीणों ने हाथ पैर जोड़कर मन्नत भी की, लेकिन तोड़ने वालों ने एक न सुनी और अंतत: उस धर्म स्थल को तोड़ दिया गया। उज्जैन के घटिया तहसील में आने वाली ग्राम पंचायत सारोला में ही आता है। गांव सिंगाबदा जहां पर आज रेलवे विभाग के अधिकारी ,कर्मचारी और पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में रेलवे सीमा की अंदर बने हुए पूजा अर्चना करने वाले ओटले को तोड़ा गया। इसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि इस ओटले पर हम शुभ काम करने से पहले हमारे गांव के रक्षक और द्वारपाल भैरव महाराज की यहां पर पूजा अर्चना करते हैं। समय-समय पर धार्मिक कार्यक्रम यहां पर होते रहते हैं। लोगों का कहना है कि हमारे पूर्वजों के समय से और इस भैरव महाराज के ओटले को रेलवे विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों ने ही बनवाया था। उनकी मौजूदगी में अब इसे तोड़ा जा रहा है। यह गलत है। रेलवे विभाग के अधिकारियों को संज्ञान लेना चाहिए और इस धार्मिक द्वारपाल भैरव महाराज के ओटले मंदिर को नहीं तोड?ा चाहिए। ग्रामीणों की मन्नत और गुहार को रेलवे विभाग के अधिकारियों ने नहीं सुना और तोड़ दिया। सब्बल जेसीबी चलाकर सिंगाबदा गांव के द्वारपाल भैरव महाराज का मंदिर रूपी ओटले को तोड़ दिया गया। जिससे ग्रामीण काफी नाराज दिखे और ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे विभाग के अधिकारियों को पक्षपातपूर्ण कार्यवाही नहीं करना चाहिए।
कार्रवाई समान रूप से करना चाहिए। आज उज्जैन से लेकर रतलाम तक कई जगह रेलवे संपत्ति पर लोगों ने हक जमा कर खेती, किसानी और व्यवसाय के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। उन पर कार्यवाही नहीं की जा रही है और हमारे गांव के द्वारपाल भैरव महाराज के छोटे से मंदिर और ओटले को हटाकर कार्यवाही की जा रही है।