इंदौर के घोटालेबाज पैरामेडिकल कालेजों से वसूले लाखों रुपये
19 कालेजों से होनी है वसूली, 10 कालेजों ने कोर्ट से लिया स्थगन
इंदौर। प्रशासन ने छह पैरामेडिकल कालेज की संपत्ति कुर्की की कार्रवाई शुरू की है। यह कार्रवाई छात्रवृत्ति घोटाले में उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा कुर्की आदेश देने के बाद शुरू की गई। जिले में 19 कालेजों से बड़ी राशि वसूल की जानी है। 10 कालेजों ने उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश ले रखा है। नौ पैरामेडिकल कालेजों से वसूली के लिए अभियान शुरू किया गया है। तीन कालेजों से 15 लाख रुपये से ज्यादा की राशि जमा वसूली गई।
प्रशासन ने शुक्रवार को मां नर्मदा पैरामेडिकल कालेज से एक लाख रुपये और ग्रेटर मालवा पैरामेडिकल कालेज से पांच लाख रुपये की वसूली की। केशव पैरामेडिकल कालेज के विरुद्ध आरआरसी जारी की गई थी। कालेज ने पूरी राशि नौ लाख 13 हजार 800 रुपये जमा करा दी। अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर ने बताया कि छात्रवृत्ति में अनियमितता के मामले में वसूली का अभियान शुरू किया है।
वसूली के लिए मकान व जमीन कुर्क
ग्रेटर मालवा पैरामेडिकल कालेज से कुल 1.01 करोड़ रुपये की वसूली के लिए गुरुवार को मल्हारगंज की नायब तहसीलदार ने निदेशक डा. रामअचल यादव के वीणा नगर स्थित आवास को कुर्क किया है, जबकि श्वेता पैरामेडिकल कालेज के खिलाफ 46.87 लाख रुपये की वसूली के लिए मल्हारगंज नायब तहसीलदार ने संस्थान के निदेशक देवेंद्र मालवीय के मेघदूत नगर स्थित घर को कुर्क किया है। एएस खरब कालेज आफ पैरामेडिकल के निदेशक के स्वामित्व वाली दूधिया गांव स्थित 1.25 एकड़ भूमि को कुर्क किया गया है।
यह था मामला
साल 2012-13 के दौरान पैरामेडिकल कालेजों ने एसटी, एससी छात्रों के दस्तावेज लेकर उन्हें अपने यहां प्रवेश होना बता दिया और इसकी छात्रवृत्ति शासन से ले ली। घोटाला उजागर होने के बाद इंदौर में तत्कालीन कलेक्टर ने इसकी जांच कराई थी। इसके बाद से शासन द्वारा वसूली की कवायद की जा रही है। बाद में मामला कोर्ट चला गया। अब उच्च न्यायालय के आदेश से वसूली की जा रही है।