मंडरा रहा तीसरी लहर का खतरा : इतनी ही चिंता है तो चुनाव रोके सरकार
खंडवा लोकसभा सीट तथा 3 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारियां क्यों..? चुनाव हुए भीड़ जुटेगी… तब कैसे रोक सकेंगे तीसरी लहर..?
ब्रह्मास्त्र इंदौर। कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मध्य प्रदेश पर एक बार फिर मंडराने लगा है। खासकर इंदौर ,उज्जैन में तीसरी लहर लगभग देहरी पर ही खड़ी हुई है। इंदौर में पिछले 20 दिनों में 1 से 9 तक कोरोना के नए मरीज हर दिन आ रहे हैं। 29 जुलाई को इंदौर में सिर्फ 2 नए मरीज आए, लेकिन 28 जुलाई को 7 मरीज मिलने और इसी तरह लंबे समय से जीरो पर अटके उज्जैन में अचानक 2 मरीज मिलने पर खुद मुख्यमंत्री भी चिंतित नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया है कि इंदौर जिले में कोरोना के सात नए पॉजिटिव आए हैं। मैंने प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। यहां के नागरिकों से भी अनुरोध करता हूं कि अगर हमने जरा सी भी असावधानी रखी तो परिस्थितियों को बदलने में देर नहीं लगेगी। इस खतरे को सरकार भी भांप रही है , लेकिन सवाल यह है कि जब मालवा में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा स्पष्ट दिखाई दे रहा है, तब खंडवा लोकसभा सीट पर उपचुनाव तथा प्रदेश में 3 विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तैयारी क्यों की जा रही है। सरकार को सबसे पहले चुनाव आयोग से बात कर निर्वाचन की प्रक्रिया को स्थगित करना चाहिए। चुनाव जब होंगे तब होंगे लेकिन चुनावी तैयारियों में ही नेताओं की अच्छी खासी भीड़ जुटने लगेगी। राजनीतिक दल शक्ति प्रदर्शन करते हुए भीड़ जुटाने का काम करेंगे। कई जगह मीटिंग होगी, जिसमें 100- 200 लोग एक साथ जुटना बहुत ही स्वाभाविक है। ऐसी स्थिति में सरकार को कोरोना जैसी महामारी की तीसरी लहर का आमंत्रण देना ठीक नहीं होगा। सबसे पहले इस चुनावी तैयारी पर ही लगाम लगनी चाहिए।
पिछले उपचुनाव में हम यह परिस्थिति देख चुके हैं और दूसरी लहर का खतरा भी उठा चुके हैं। खंडवा लोकसभा सीट महाराष्ट्र से लगी हुई है। इसलिए वहां भी खतरा कम नहीं है।