देवास में अपने ही बयान से पलटे पूर्व मंत्री – दीपक जोशी अब बोले- 6 मई को भोपाल जाकर संगठन के सामने बात रखूंगा
भाजपा छोड़ कांग्रेस में जाने का दिया था बयान
देवास। पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी के कांग्रेस का दामन थामने की बात सामने आते ही प्रदेश की राजनीति में खलबली मच गई है। सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ दिनों से पूर्व मंत्री जोशी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के लगातार संपर्क में है। राजनीतिक गलियारों में जल्द उनके कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन भाजपा के प्रदेश स्तर के बड़े नेता भी उनके संपर्क में है।
सोमवार को जैसे ही उनके समर्थकों को कांग्रेस पार्टी में जाने की सूचना मिली तो उनके घर समर्थकों की भीड़ जुट गई। दिनभर उनके खेमे के लोगों में तरह-तरह की चर्चा होने लगी। जब शाम को वह जिले से उनके घर पहुंचे तो उन्होंने मीडिया को कहा कि हाटपीपल्या विधानसभा के कुछ शादी के कार्यक्रमों, कुछ गमी के कार्यक्रमों में और कथाओं में भ्रमण करने के लिए गया था। आज जब में आया तो प्रेस के कुछ साथी यहां उपस्थित थे।
5 मई तक मेरी पत्नी के निधन के बाद हमारे यहां बरसी शोक निवारण का जो कार्यक्रम चलता है वह 7 दिन चलता है। हमारे सभी परिवार के सदस्य घर आए हुए है और 5 मई की शाम को हवन-पूजन के साथ कार्यक्रम विधिवत हो जाएगा। मैं 6 मई को भोपाल जाकर अपनी स्थिति से संगठन के दोनों पक्षों को अवगत कराने का प्रयास करुंगा और अपना जो निर्णय है उस निर्णय को आगे बढ़ाने का प्रयास करुंगा।
वर्ष 2018 की हार के बाद बढ़ती गई दूरियां
वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान हाटपीपल्या से दीपक जोशी को भाजपा से टिकट मिला था लेकिन कांग्रेस के मनोज चौधरी ने उन्हें चुनाव में हरा दिया था। मप्र में कांग्रेस सरकार बनने के बाद हाटपीपल्या से कांग्रेस के विधायक रहे मनोज चौधरी ने सिंधिया समर्थक विधायकों के साथ भाजपा की सदस्यता ले ली थी। उसके बाद हाटपीपल्या में उपचुनाव हुआ। चुनाव में मनोज चौधरी भाजपा से विधायक चुने गए। हाटपीपल्या चुनाव में जोशी पर कांग्रेस पार्टी के लिए काम करने के आरोप भी लगे। उसके बाद से ही संगठन के बड़े नेताओं ने जोशी से दूरियां बनानी शुरू कर दी। जोशी की अनदेखी के चलते उपचुनाव होने के बाद भी उन्होंने कांग्रेस पार्टी में जाने का मन बनाया था लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा उन्हें हर सम्मान देने की बात सार्वजनिक मंच पर की गई थी, उसके बाद उनका मन बदल गया था।
प्रदेश के साथ देवास जिले में भी हो रही अनदेखी
प्रदेश स्तर के साथ देवास जिले में भी पूर्व मंत्री दीपक जोशी की बड़े कार्यक्रमों में अनदेखी की जाती है। जिससे उनका मन पार्टी के नेताओं के प्रति उखड़ने लगा है। अनदेखी होने से देवास जिले में होने वाले बड़े कार्यक्रमों में भी वह दूरी बनाकर रखते है। हाल ही में देवास विकास प्राधिकरण अध्यक्ष पद पर राजेश यादव काबिज हुए। पदभार ग्रहण कार्यक्रम के बेनर पोस्टरों में दीपक जोशी को नदारद रखा गया। सम्मान नहीं मिलने से देवास में होने के बावजूद जोशी उस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। इसके साथ ही जिले के हाटपीपल्या और बागली में भी स्थानीय नेता जोशी को कार्यक्रमों नहीं बुलाते है। हाल ही में कांग्रेस नेताओं के साथ रहकर अतिक्रमण हटाने गई टीम का विरोध किया था।
जोशी के घर कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के नेता पहुंचे
दीपक जोशी के कांग्रेस पार्टी में जाने की चर्चा के बाद बीती रात जोशी के घर पूर्व महापौर शरद पाचुनकर सहित अन्य उनके समर्थक पहुंचे और चर्चा की। साथ ही प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महामंत्री प्रदीप चौधरी भी उनसे मिलने उनके घर पहुंचे। सूत्रों के अनुसार भाजपा प्रदेश स्तर के नेता भी जोशी के लगातार संपर्क में बताए जा रहे है। पिछली बार की तरह एक बार फिर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा जोशी को मना लिया जाएगा। जोशी समर्थकों का कहना है कि जोशी जी के साथ जिले के हजारों कार्यकर्ता दिलों से जुड़े है।