कलश यात्रा के साथ नव निर्मित मन्दिर वैदिक मंत्रों के साथ प्रतिष्ठित की गई मूर्तियां
रुनीजा। खेड़ावदा में जुनजुनिया प्रजापत( परिवार) समाज द्वारा श्री भैरव जी मंदिर का नवनिर्माण कर तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया। इस भव्य समारोह के बारे जानकारी देते हुए भरत प्रजापत ओर महिपाल सिह सिसोदिया ने बताया। समस्त प्रजापत समाज द्वारा खेड़ावदा में काल भैरव सहित विभिन्न देवताओं की प्राण की गई। जिसके अंतर्गत दिनांक 1 से 3 मई तक प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया गया।इस अवसर तीन दिवसीय एज कुंडीय यज्ञ यज्ञाचार्य घन श्याम जी जोशी के आचार्यत्व में सम्पन्न हुआ। यज्ञ के मुख्य यजमान दीनदयाल प्रजापत एव गंगाजल के यजमान बालाराम प्रजापत के साथ श्री राम प्रजापत , हिमांशु प्रजापत , ओर पवन प्रजापत ने जऊ तिल की आहुतियॉ देने का लाभ लिया। पूणार्हुति एव प्राणप्रतिष्ठा से पूर्व श्री राम मंदिर से भव्य गंगाजल कलश यात्रा जय करो के साथ गाँव के मुख्य मार्ग से होती हुई नव निर्मित मन्दिर पहुचने के बाद विधि विधान से प्रतिष्ठित होने वाले देवताओं की अलग अलग यजमान ने प्रतिष्ठित कराने का लाभ लिया व रायचंद द्वारा काला भैरव, गिरधारीलाल द्वारा गोरा भैरव, रणछोड़ द्वारा कुलदेवी अम्बे माता और प्रभुलाल जुनजुनिया (अध्यापक ) द्वारा जुझार, बालकिशन प्रजापत द्वारा सतीमाता, सुरेश प्रजापत खाचरोद वाले द्वारा रामदेव की प्रतिष्ठा की गई ।गरुड़ घंटी की स्थापना गोपाल प्रजापत (अध्यापक) द्वारा की गई। ध्वजा चढ़ाने का लाभ प्रकाश प्रजापत ने लिया पूरे आयोजन में जल सेवा का लाभ अंबाराम प्रजापत ने लिया। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूणार्हुति कर महा आरती उतार के महा प्रशादी वितरण की गई।