मप्र में 5-5 प्रभारियों की हालत ‘द्रोपदी’ जैसी, आखिर ये कर क्या रहे हैं?
भाजपा के प्रभारियों पर पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा ने उठाए सवाल
भोपाल। मध्यप्रदेश की सत्ता में चौथी बार काबिज भाजपा इन दिनों अपनों द्वारा ही चलाए जा रहे तीरों से घायल हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के संस्थापक सदस्य रहे कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी के भाजपा छोड़ने के ऐलान के बाद पुराने भाजपाई इन दिनों संगठन और सत्ता पर ही हमलावर हैं। पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने मप्र में भाजपा के प्रभारियों पर हमला बोला है। रघुनंदन शर्मा ने मप्र भाजपा के पांच प्रभारियों का नाम लिए बिना उनकी तुलना द्रोपदी से की है।
मप्र भाजपा के पांच प्रभारियों की दुर्दशा द्रोपदी जैसी
रघुनंदन शर्मा ने कहा- सुना है कि 5-5 प्रभारी हैं इस प्रदेश में। पांच पतियों वाली द्रोपदी की जैसी दुर्दशा हुई, वैसा यहां हो रहा है। यह पांच प्रभारी भी प्रभावशाली ढंग से संगठन चला रहे हों, ऐसा दिखता नहीं। इसके कारण कहीं न कहीं संवादहीनता की स्थिति पैदा हो रही है। संवादहीनता हमेशा नुकसान पहुंचाती है। जहां तक कार्यकर्ताओं के पार्टी से जाने की बात है, तो वर्तमान में तो केवल दीपक जोशी का ही मामला है। मैंने उसको समझाने का प्रयत्न किया कि तुम अंधे कुंए में मत कूदो। तुम्हारा भविष्य खराब मत करो। समय तो बदलता रहता है। आज समय यदि पार्टी में आपको उचित नहीं लग रहा है, तो आपकी वरिष्ठता तो कायम रहने ही वाली है। समय बदल सकता और आप का महत्व बढ़ सकता है, लेकिन वह समझने को तैयार नहीं हैं।
रघुनंदन शर्मा ने कहा- सचमुच में कहीं न कहीं संगठन को जिस काम को प्राथमिकता देना चाहिए। संगठन प्राथमिकताएं निर्धारित नहीं कर पा रहा है। सरकार में बैठे लोगों को भी कार्यकर्ताओं के कामों को कितनी जितनी गंभीरता से लेना चाहिए उतनी, गंभीरता से नहीं ले रहे। उसका नुकसान हो रहा है।
ये हैं प्रदेश के प्रभारी,सहप्रभारी
प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश हैं। वहीं, पंकजा मुंडे, रमाशंकर कठेरिया सहप्रभारी हैं।