नागदा को जिला बनाने की मांग को लेकर नागदा से भोपाल जा रही यात्रा का स्वागत
देवास। नागदा को जिला बनाने की मांग को लेकर नागदा से भोपाल तक 255 किमी की पूर्णत: गैर राजनैतिक यात्रा जो नागदा को 30 अप्रैल से प्रारंभ हुई थी जो उन्हेल, उज्जैन होती हुई देर रात देवास पहुंची। रात्रि देवास विश्राम के बाद पुन: यात्रा चामुंडा माता मंदिर टेकरी से प्रारंभ होकर सोनकच्छ, आष्टा, सीहोर होते हुए 11 मई को भोपाल मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचेगी। यात्रा संयोजक बसंत मालपानी ने बताया की सन 2011 की जनगणना के मान से देखा जाए तो नागदा शहर की कुल आबादी 10,0039 है। जबकि हाल ही में बनाए गए जिले मऊगंज के मऊगंज शहर की कुल आबादी 2,6420 है। उक्त नव घोषित शहर से नागदा शहर की आबादी करीब 4 गुना ज्यादा है। इसी तरह पूर्व में बनाए गए आगर जिले के आगर शहर की आबादी 3,7917 थी। उक्त आगर शहर से नागदा की आबादी लगभग 3 गुना ज्यादा है। जब नागदा से कम आबादी वाले शहर जिले बन सकते है, तो हमारा नागदा क्यों नहीं ? मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी इसी बात को पूछने और लगातार नागदा में उठ रही जिले की मांग को लेकर अपने 9 अन्य साथियों के साथ 11 मई को भोपाल मुख्यमंत्री जी के निवास पर जा रहा हूं। 18 मार्च 2020 को कमलनाथ सरकार में नागदा के जिला बनाने का गजट नोटिफिकेशन जारी हुआ था जो आर.टी.आई. के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक अस्तिव्त में है। 11 मई को मुख्यमंत्री निवास भोपाल पहुंचकर नागदा को जिला बनाने के दावे आपत्ति जारी करवाने का आदेश जारी करवाने की मांग रखेंगे, ताकि जल्द से जल्द नागदा के जिला बनने का मार्ग प्रस्तुत हो।