हिरासत में केस वापस लेने का दबाव बनाने वाला बदमाश
उज्जैन। ई-रिक्शा चलाक को रास्ते में रोक 2 बाइक सवारों ने केस वापस लेने और राजीनामा करने का दबाव बनाकर मारपीट की थी। शनिवार को पुलिस ने एक आरोपित को हिरासत में ले लिया है।
हीरामिल की चाल में रहने वाला आशु डोरवाल ई-रिक्शा चालक है। दिसंबर माह में उसके भाई कुणाल का लेन-देन को लेकर बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। इसी तनाव में आशु के पिता कमल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। परिजनों ने शव पुलिस कंट्रोलरुम पर रख प्रदर्शन किया था। देवासगेट थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर मोंटू गुर्जर, अजय मरमट और नितिन सेन को जेल भेजा था। बीती रात आशु रिक्शा से घर लौट रहा था, उसी दौरान स्मार्ट रोड पर उसे बाइक सवार राजेश पासी और लखन मरमट ने रोका लिया। दोनों ने मारपीट करते हुए कहा कि पुराना केस वापस ले और मोंटू गुर्जर से समझौता कर ले, नहीं तो जान से मार देगें। आशु डोरवाल ने अपने साथ हुई घटना की देर रात देवासगेट थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 341, 294, 323, 506, 195-ए, 34 में रास्ता रोककर धमकी देने वाले बदमाशों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया। शनिवार को हीरामिल की चाल में रहने वाले राजेश पासी को हिरासत में लिया गया है। जिससे पूछताछ की लखन की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है।