सैंपलिंग में चार विद्यार्थी पास, 65 ने की दोबारा मूल्यांकन की मांग
बीबीए-बीसीए प्रथम वर्ष की पूरक परीक्षा का रिजल्ट अप्रैल में जारी हुआ था, इसमें फेल हुए थे 65 विद्यार्थी
इंदौर। बीबीए-बीसीए प्रथम वर्ष की पूरक परीक्षा में फेल कुछ विद्यार्थियों की देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने उत्तरपुस्तिका जंचवाई है। सैंपलिंग में चार छात्र-छात्राओं के अंकों में अंतर मिले हैं। इसके आधार पर इन विद्यार्थियों को पास कर दिया है। अब बाकी विद्यार्थी भी विश्वविद्यालय के सामने अपनी-अपनी उत्तरपुस्तिकाओं का दोबारा मूल्यांकन करवाने की मांग उठा रहे हैं। मामले में सोमवार को विद्यार्थियों ने अधिकारियों से गुहार लगाई है।
दरअसल, बीबीए-बीसीए प्रथम वर्ष की पूरक परीक्षा का अप्रैल में रिजल्ट जारी हुआ था। इसमें 65 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हुए। एबीवीपी के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने कुछ दिन पहले विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया। भारी हंगामे के बाद कुलपति ने दस विद्यार्थियों की कापियां मूल्यांकनकर्ता को भेजी। सैंपलिंग की रिपोर्ट दस दिन बाद आई। तीन से पांच अंक का अंतर चार विद्यार्थियों में देखा गया। उसके आधार पर अंकसूची में बदलाव किया।
परीक्षा नियंत्रक से मिले विद्यार्थी
बाकी विद्यार्थी जिन विषय में फेल हुए हैं, उन्हें दोबारा परीक्षा देनी होगी। सोमवार को विद्यार्थियों ने परीक्षा नियंत्रक डा. एसएस ठाकुर के सामने अपनी समस्या को रखा। ठाकुर ने बताया कि नियमानुसार पूरक परीक्षा की उत्तरपुस्तिका का रिव्यू नहीं होता है। इसका कोई प्रावधान नहीं है। सैंपलिंग भी कुलपति के निर्देश पर हुई है।
फिर देना होगी परीक्षा
फेल विद्यार्थियों को दोबारा परीक्षा देनी होगी। 10 मई से विश्वविद्यालय ने यूजी प्रथम वर्ष की परीक्षा रखी है। अधिकांश विद्यार्थियों ने परीक्षा के लिए आवेदन कर दिया है। परीक्षा में पास होने पर इन्हें स्नातक द्वितीय वर्ष में प्रमोट किया जाएगा