चार धाम यात्रा: केदारनाथ में बर्फबारी से भारी ठंड- अब तक 21 की मौत, पंजीकरण पर रोक
केदारनाथ में 8 यात्री, यमुनोत्री में 6, गंगोत्री में 4, बद्रीनाथ में 3 यात्रियों ने जान गंवाई
ब्रह्मास्त्र देहरादून
उत्तराखंड में बारिश, बर्फबारी और ठंड से चारधाम में यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लगातार चारधाम में पहुँच रहे श्रद्धालुओं को हेल्थ इश्यू के कारण अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ रहा है। अब तक चारधाम यात्रा पर 21 श्रद्धालु अपनी जान गंवा चुके है। इसमें केदारनाथ में 8 यात्री, यमुनोत्री में 6, गंगोत्री में 4, बद्रीनाथ में 3 यात्रियों ने जान गंवाई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि विभाग ने 80 हजार यात्रियों की स्क्रीनिंग की है और 55 से ज्यादा उम्र के सभी लोगो की स्क्रीनिंग की जा रही है। साथ ही स्वास्थ विभाग के अधिकारियो का मानना है कि स्वास्थ के सभी इंतजाम है। चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की जान अलग अलग कारणों से जा रही है।
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने चारधाम यात्रा रूट पर आने वाली सभी नगर निकाय के अधिकारियों के साथ बैठक की है। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शहरी विकास के प्रोजेक्ट्स को पहाड़ी शैली में बनाया जाए, साथ ही चार धाम यात्रा के लिए सभी निकायों को हेल्पलाइन नंबर जारी करने के निर्देश दिए हैं।
उधर, जल्द से जल्द निराश्रित पशुओं के लिए भूमि तलाशने की डीपीआर बनाकर भेजने के अधिकारियों को निर्देश भी दिए।
अब तक चार धाम यात्रा पर पांच लाख से अधिक श्रद्धालु कर पहुंच चुके हैं। केदारनाथ में सोमवार को 16 हजार यात्री पहुंचे थे। वहीं, बद्रीनाथ धाम में दस हजार लोगों ने दर्शन किए हैं। केदारनाथ के लिए मंगलवार को 23 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया है। इस बार बदरीनाथ धाम में रिकॉर्ड तोड़ तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। हर दिन 13000 से भी अधिक तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। अभी तक 1,32,552 तीर्थयात्री बद्रीनाथ धाम पहुंच चुके हैं। उत्तरकाशी जनपद में यात्रा के दौरान 17 यात्रियों की मौत हुई है। इनमें से ह्रदय गति रुकने से 15 लोगों की मौत हुई है। यमुनोत्री में 9, गंगोत्री में 6 भक्तों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। यमुनोत्री धाम में दो यात्री की चोटिल हो गए थे, जिनकी बाद में मौत हो गई।