घृणित सोच के चलते पीड़ित पक्ष को लूट की वारदात में फंसाने के प्रयास करने वाले आरोपी आए पुलिस की गिरफ्त में

ब्यावरा। राजगढ़ जिले के थाना खिलचीपुर क्षेत्र के ग्राम बामनगांव की फरियादिया जशोदाबाई पति कन्हैयालाल दांगी ने थाने में सूचना दी कि रात करीब 2 बजे खटपट की आवाज सुनाई दी घर का चैनल गेट खोलकर बाहर देखा तो बारमदें में तीन चार अज्ञात लोग दिखाई दिये जो चोरी करने के ईरादे से घात लगाये बैठे थे उन्हें देखकर चिल्लाई तो दो लोग ने मेरे गले में पहनी हुई सोने की तमनियां व मंगलसुत्र छीन लिये विरोध करने पर वो मेरे साथ व मेरे पति के साथ हाथापाई करते हुए मारपीट की और गहने लूट कर भाग गये फरियादिया की रिपोर्ट पर धारा 394 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।
इसी प्रकार ग्राम कुलीखेड़ा में फरियादी विनोद पिता रायसिंह दांगी ने थाना में सूचना दी की मध्यरात्रि करीब 2 बजे घर में अज्ञात लोग घुस गए चिल्लाचोंट की तो उनके द्वारा मुझे पत्थर व लाठी डण्डो से मारपीट की और वे लोग वहां से भाग गये, घर में जाकर देखा तो कमरें में रखे 3 मोबाईल व एक काले रंग का बैग जिसमें मेरे जमीन के कागजात व बैग में रखे रुपये नहीं मिले। सूचना पर तत्काल अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया।
दोनों घटनाक्रम में अपराध कारित करने के पश्चात् आरोपियों के विवरण के संबंध में चिट्टी एवं डायरी प्राप्त हुई, जिसमें घटना कारित करने की जिम्मेदारी लेने वालों में आनंदीलाल नागर, छविलाल वर्मा, रवि नागर, रितेश भील का नाम उल्लेखित था। आनंदीलाल नागर, छविलाल वर्मा, रवि नागर, रितेश भील के संबंध में जानकारी प्राप्त करने पर यह तथ्य प्रकाश में आया कि थाना मलावर का अपराध क्र-130/22 धारा 363, 366, 376 एवं 3/4 पॉक्सो एक्ट का अपराध आनंदीलाल नागर की भतीजी के संबंध में दर्ज हुआ था एवं आरोपी के रूप में रवि भील को आरोपी बनाया गया था।
आरोपी रवि भील आनंदीलाल के यहां ट्रेक्टर चलाने का कार्य करता था इसी दौरान उसकी बातचीत आनंदीलाल की भतीजी के साथ हुई थी परंतु उसका वास्तविक प्रेम संबंध रवि नागर और छविलाल वर्मा से चल रहा था परंतु उक्त अपराध कायम होने के पश्चात् पीड़िता के द्वारा आरोपी के रूप में केवल रवि भील को फंसाया गया एवं शेष को उसके द्वारा क्लीनचिट दे दी गई, उक्त बात से आरोपी रवि भील आहत था। जिला जेल राजगढ़ में आरोपी रवि भील की पहचान पूर्व से जेल में निरूद्ध भारत भील निवासी जूनापानी व दिनेश दांगी निवासी बामनगांव से हुई। उनके साथ मिलकर योजना को तैयार किया गया बाद में जेल से रिहा होने के पश्चात् आरोपी रवि भील का जीजा रामभरोस भील के द्वारा मुख्य आरोपी भारत भील को 20 हजार रुपए फोटो नाम मोबाईल नंबर सहित दिये गये। बाद में आरोपीगण के द्वारा जहां भी घटना कारित करते तो पर्ची में आनंदीलाल नागर, छविलाल वर्मा, रवि नागर, रितेश भील का नाम लिखकर वहां पर छोड़ देते थे। उनकी यही योजना थी कि पुलिस साफ्ट टारगेट के रूप में उक्त चारों आरोपियों को पकड़कर आरोपी बनाकर जेल भेज दे, जिससे उसका प्रतिशोध पूर्ण हो सके। अपराधों पर अंकुश लगाने जिले में जारी लगातार धरपकड़ अभियान के तहत जिला पुलिस कप्तान बीरेंद्र कुमार सिंह के कड़े निदेर्शों के फल स्वरुप पुलिस टीम लगातार एक के बाद एक घटनाओं का खुलासा किया वही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनकामना प्रसाद द्वारा दिए जा रहे निदेर्शों के फल स्वरुप पुलिस टीम को लगातार सफलता अर्जित हो रही है।
अनुविभागीय पुलिस अधिकारी खिलचीपुर आनंद राय के नेतृत्व में थाना प्रभारी खिलचीपुर निरीक्षक प्रभात गौड़, वर्तमान प्रभार उपनिरीक्षक प्रवीण जाट एवं गठित टीम ने इस अनसुलझे प्रकरण को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और आरोपियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया, मामले के अन्य आरोपियों की अभी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। खिलचीपुर पुलिस टीम द्वारा आरोपिगण रवि पिता राधेश्याम उर्फ राधू भील निवासी जामुनिया, थाना मलावर व रामभरोस पिता धुलजी भील निवासी ग्राम खेजडखो, थाना मलावर को गिरफतार कर मेमो के आधार पर लूटा व चोरी किया गया माल 4,000/- रुपये व एक एप्पो कंपनी का मोबाईल कुल 25,000/- रुपये का माल बरामद किया।