कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब -उत-तहरीर के सदस्यों की धरपकड़, एनआईए-एटीएस तेलंगाना की भोपाल और छिंदवाड़ा में दबिश; 11 को हिरासत में
भोपाल। हिज्ब-उत-तहरीर की स्थापना यरुशलेम (इजराइल) में हुई। इसका मुख्यालय लंदन (ब्रिटेन) में है।
नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए), मध्य प्रदेश एटीएस और तेलंगाना एटीएस की टीम ने भोपाल और छिंदवाड़ा में मंगलवार सुबह दबिश दी। टीम ने 11 संदिग्ध को हिरासत में लिया है। भोपाल के ऐशबाग इलाके से 4 युवकों को पकड़ा है। इनके पास से संदिग्ध दस्तावेज और देश विरोधी सामग्री जब्त की है। सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए संदिग्ध युवकों के आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े होने के सबूत एनआईए और एटीएस को मिले हैं।
बताया जा रहा है कि कट्टरपंथी इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के 16 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें भोपाल और छिंदवाड़ा के 11 और तेलंगाना के 5 संदिग्ध शामिल हैं। सूत्रों की मानें तो हिरासत में लिए गए लोगों में भोपाल गैस त्रासदी एक्टिविस्ट का एक बेटा भी शामिल है। छिंदवाड़ा एसपी विनायक वर्मा ने बताया कि एटीएस की टीम ने कोतवाली इलाके में कार्रवाई की है।
संदिग्ध सामग्री भी मिली
हिरासत में लिए गए लोगों के पास से संदिग्ध दस्तावेज और देश विरोधी सामग्री भी मिली है। हालांकि, इस बारे में आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। भोपाल के ऐशबाग पुलिस थाना प्रभारी चतुर्भुज राठौर ने बताया कि हमें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है। अभी कुछ देर पहले तीन लोगों के परिवार थाने आए और बताया कि कुछ लोग खुद को पुलिसवाला बताकर घर में घुसे और लड़कों को पकड़ ले गए। हालांकि, पकड़ने वालों के बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। पकड़े गए युवकों में तारिक, शाहरुख और वसीम के परिजन ने भोपाल ऐशबाग थाने पुलिस को जानकारी दी है। जवाहर कॉलोनी के रहने वाले तारिक के भाई इरफान ने बताया कि 12-15 लोग सादे कपड़े में मंगलवार सुबह 7 बजे घर पहुंचे और भाई को उठा ले गए। पूरे कमरे की तलाशी, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। उनके साथ में 3-4 लोग मिलिट्री के कपड़े पहने हुए भी थे।
आईएसआईएस से भी खतरनाक
कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर सबकी नजरों से बचते हुए अपनी कट्टरपंथी विचारधारा को तेजी से फैला रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये संगठन आईएसआईएस से भी ज्यादा खतरनाक है। इसने लगभग 50 देशों में अपनी विचारधारा को फैलाया है।