हादसे के बाद हिदायत: नशा करके बस नहीं चलाएं, न ही तेज स्पीड में दौड़ाएं

इंदौर। डोंगरगांव के आगे बोराड़ में खरगोन-इंदौर बस हादसे के बाद परिवहन विभाग ने गुरुवार को बस ऑपरेटरों की बैठक की। इसमें पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बसें ओवरलोड नहीं चलाएं। तय क्षमता से एक भी सवारी ज्यादा नहीं बैठाएं। नशा कर वाहन नहीं चलाएं। तेज स्पीड से बसें नहीं चलाएं। सभी नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करें।
डीसीपी मनीष अग्रवाल ने कहा कि बस ऑपरेटर हर सप्ताह अपने ड्राइवर से बसों के मेंटेनेंस के बारे में अनिवार्य रूप से चर्चा करें। समय-समय पर बसों का मेंटेनेंस किया जाए। बैठक में एआरटीओ अर्चना मिश्रा, डीसीपी अनिल पाटीदार, एआरटीओ राजेश गुप्ता मौजूद थे।

ये निर्देश दिए गए

शराब पीकर वाहन नहीं चलाएं।
बसों में स्पीड गवर्नर अनिवार्य रूप से लगा हो। क्षमता से अधिक सवारी नहीं बैठाएं। निर्धारित स्टॉप पर ही बसों को खड़ा किया जाए। बसों की छतों पर किसी तरह का लगेज नहीं रखें।
पुल-पुलिया और ढलान पर खास ध्यान रखें, यहां बसों की स्पीड धीमी रखी जाए। आपातकालीन दरवाजे-खिड़की चालू हालत में हो।
बसों में दो गेट हो। समय-समय पर बस के ड्राइवर-कंडक्टर की काउंसलिंग की जाए।