घूस का बंटवारा सही ढंग से नहीं होने पर भिड़े फायर ब्रिगेड के कर्मचारी
इंदौर। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों द्वारा देवास नाका स्थित एक शोरूम में लगी आग बुझाने के लिए भी 15 हजार रुपए की घूस लेनेे का मामला चर्चा का विषय बन गया है। मामला तब सामने आया जब भ्रष्टाचार की राशि के बंटवारे को लेकर दो कांस्टेबलों में विवाद हो गया। एक कांस्टेबल शाेरूम संचालक से ही शिकायत करने लगा कि आपने जो रुपए दिए हैं, वह हम तक पहुंचे ही नहीं। एक ही कांस्टेबल ने रख लिए।
फैक्टरी में आग की रिपोर्ट के लिए किया परेशान
किशन सिंह चुफाल की पीथमपुर स्थित फैक्टरी में 2022 में आग लग गई थी। फैक्टरी में रखा माल व मशीनें जल गई। आग बुझाने के बाद किशन को फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने पंचनामा और फायर रिपोर्ट देने के नाम पर कई चक्कर लगवाए। क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर व्यापार संचालन के दस्तावेज व अनुमतियां लाने के लिए कहा गया। महीनों चक्कर काटने के बाद भी कर्मचारी दबाव बनाते रहे।
रुपए देने वाले शिकायत करें तो एक्शन होगा
इस बारे में फायर ब्रिगेड के तत्कालीन एसपी आर एस निगवाल का कहना है कि”एसआई शर्मा और कांस्टेबल चौधरी का आपसी विवाद है। शर्मा द्वारा 15 हजार लेने की बात मुझ तक आई थी। मेरे नाम पर लिए ये नहीं पता था। रुपए देने वाले शिकायत करेंगे तोज संबंधित अफसर एक्शन लेंगे। मैं 30 अप्रैल को रिटायर्ड हो चुका हूं।”
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