फेल होने पर छात्रा ने इंदौर में रची खुद के अपहरण की साजिश
पुलिस और परिजन अपहरण मान ढूंढते रहे और वह उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन को चली गई
इंदौर। नाबालिग छात्रा के अपहरण की खबर से सनसनी फैल गई। पुलिस और परिजन जगह-जगह तलाशते रहे। दूसरे दिन छात्रा स्वत: ही मिल गई। पुलिस ने हाथ में मंदिर का धागा(रक्षासूत्र) और बस का टिकट देखा तो पता चला वह फेल होने पर गायब हुई थी। पुलिस छात्रा की काउंसलिंग कर रही है।
डीसीपी जोन-3 धर्मेंद्रसिंह भदौरिया के मुताबिक शुक्रवार को पुलिस ने परिजन की शिकायत पर अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की थी।
दरअसल, 17 वर्षीय छात्रा कालेज गई लेकिन घर नहीं लौटी। अध्यापक ने बताया वह स्वयं छात्रा को खड़े गणपति (बंसीवाला रेस्त्रां के पास) छोड़ कर आए थे।
पुलिस ने छात्रा के दोस्त और सहपाठियों को पूछताछ के लिए बुलाया तो एक युवक ने बताया कि शाम करीब 6 बजे छात्रा का फोन आया था। वह रो रही थी। उसने कहा कि अब कालेज नहीं आ पाएगी। वह बचाने की गुहार लगा रही थी।
युवक के बयान से पुलिस सकते में आ गई। सीसीटीवी फुटेज निकाल कर टीम तलाश में जुटी थी कि शनिवार को छात्रा ने खुद काल कर बताया वह धरमपुरी में है। शुक्रवार को नंदबाग जाने के लिए ई-रिक्शा में बैठी थी। 51 नंबर मल्टी के पास रिक्शा चालक ने उसे नशीला पदार्थ सुंघाया और अपहरण कर लिया। दूसरे दिन होश आया तो वह धरमपुरी में खेत में पड़ी हुई थी।
पुलिस को छात्रा के कथनों पर शक हुआ। महिला अधिकारी ने तलाशी ली तो जेब से किला मैदान से आम्रपाली रेस्त्रां तक जाने का टिकट मिला। उसके हाथ में धागा बंधा हुआ था जो महाकाल(उज्जैन) मंदिर में बांधा जाता है। सख्ती करने पर छात्रा टूट गई और बताया कालेज में फेल होने के कारण उसने खुद के अपहरण की साजिश रची थी। उसे डर था कि परिजन परिणाम देख कर डांटेंगे। डीसीपी के मुताबिक छात्रा की काउंसलिंग की जा रही है।