दरोगा ने 10 हजार रिश्वत मांगी, नहीं दिए तो हटा दिया, पूर्व कर्मचारी मांग रहे बहाली
इंदौर। कोरोना काल के बाद नगर निगम में मंंगलवार से जनसुनवाई फिर शुरू हुई। निगमायुक्त, अपर आयुक्तों ने अपने कक्ष में फरियाद सुनी। जानकारी नहीं होने से पहले दिन कम लोग पहुंचे। कुल 72 आवेदन मिले, इनमें नौकरी से निकाले गए कई कर्मचारियों ने बहाली के लिए गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि दरोगा ने 10 हजार रिश्वत मांगी, पैसा नहीं दिया तो हटा दिया। कुछ महीनों तक गैरहाजिर होने के बावजूद बहाली की मांग कर रहे थे।
इसके अलावा टैक्स विसंगति, कॉलोनी में अतिक्रमण, बगीचे की जमीन पर प्लॉट बेचने और बैक लाइन पर अतिक्रमण की शिकायतें भी निगम को मिली हैं। निगम के ज्यादातर विभाग प्रमुख व अधिकारी मीटिंग या फील्ड में होते हैं, इसलिए मंगलवार से इसे शुरू किया गया ताकि लोग सीधे अधिकारियों को अपनी बात कह सकें। निगमायुक्त ने कहा कुछ समय बाद जनसुनवाई को सेंट्रलाइज करेंगे।
किडनी के इलाज के लिए 30 हजार स्वीकृत
बाणगंगा क्षेत्र की स्कूली छात्रा को किडनी के इलाज के लिए कलेक्टर इलैया राजा टी ने रेडक्रॉस से 30 हजार की मदद दी। मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में हुई जनसुनवाई में 250 से अधिक शिकायतें पहुंचीं। इनमें पारिवार विवाद, संपत्ति, प्लाॅट नहीं मिलने आदि की थी।